नमस्ते इण्डिया दूध की टेस्टिंग में बड़ा हेरफेर

के० एस० टी०,कानपुर। कानपुर शहर का बहुचर्चित ब्रांड आरएसपीएल इस वक्त अपने कुकृत्यों को लेकर सुर्खियों में बना हुआ है। कहने को तो आरएसपीएल के मालिक मुरली बाबू शहर के बहुत बड़े पूंजीपति हैं लेकिन यकीन मानिए इंसानियत और मानवता के मामले में वह एक सामान्य नागरिक से भी गरीब शख्स निकले।

कानपुर शहर में तेजी से पैर पसार रही कोरोना महामारी के बीच जहां शहर के कोने-कोने तक इस महामारी ने अपने कदम पहुंचा दिए हैं तब ऐसे में इसके दंश से चौबेपुर स्थित नमस्ते इंडिया की फैक्ट्री भी नहीं बच पायी। लेकिन मजाल है कि प्रशासन इस फैक्ट्री को बंद कराने की जहमत उठा पाता।

होगी प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार, लेकिन मुरली बाबू ने एक बार फिर से सबको बता दिया कि कानपुर शहर में उनके नाम का सिक्का हर सरकार की भांति योगी आदित्यनाथ की सरकार में भी चल रहा है। परिणाम स्वरूप 14 दिन के आइसोलेशन की बजाय फैक्ट्री कर्मचारियों को एक क्षण के लिए भी क्वारंटाइन नहीं किया गया।

हां, प्रशासनिक अधिकारी के द्वारा करीब 125 कर्मचारियों की टेस्टिंग कराने की बात तो कही गई जबकि एक कड़वा सच यह भी है कि नमस्ते इंडिया की 3 शिफ्टों (A, B और C) में कार्यरत कर्मचारियों में आउटसोर्सिंग कर्मियों समेत इनडोर एवं आउटडोर में कार्यरत समस्त कर्मचारियों की टेस्टिंग अब तक पूरी नहीं हुई है।

कुल मिलाकर बात इतनी सी है कि मुरली बाबू की हनक के आगे प्रशासन की एक ना चली और सरकार द्वारा अपनी ही नीतियों के विपरीत जाते हुए ना ही कर्मचारियों को 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया गया और ना ही कंटेंटमेंट जोन घोषित करते हुए फैक्ट्री को 14 दिनों के लिए बंद किया गया।

जिस कारण सैंकड़ों की संख्या में कार्यरत इन कर्मियों में भी एक डर का माहौल बना हुआ है कि यदि यहा पर एक भी संक्रमित मरीज पाया गया तो तो इन सभी कर्मचारियों के साथ-साथ अपने-अपने परिवारों समेत संपर्क में आने वाले सभी लोगों के लिए ये संक्रमित व्यक्ति किसी विस्फोटक से कम नहीं है।

हालांकि, फैक्ट्री के अंदरखाने में कोरोना संक्रमित कर्मचारियों के आंकड़ों को लेकर भी संशय का बाजार गर्म है जिसमें प्रशासन की ओर से अब तक फैक्ट्री में कार्यरत 4 कर्मियों के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी सामने आई है तो वही फैक्ट्रीकर्मी द्वारा ऑफ रिकॉर्ड इससे ज्यादा संक्रमित मरीजों के फैक्ट्री से पाए जाने की सम्भावनाओं से भी इंकार नहीं किया गया हैं।

जबकि 48 घंटों के लिए मुरली बाबू और नमस्ते इंडिया प्रबंधन द्वारा फैक्ट्री को बंद ना किए जाने के मुद्दे पर कार्यवाही को लेकर जब एसडीएम बिल्हौर से बात की गई तो उनके द्वारा बकरीद पर्व को लेकर सक्रियता बरतने की बात कहते हुए इस गंभीर मामले से तब किनारा कर लिया गया जब शहर में बीते दिन ही 9 संक्रमित मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है।

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