प्यासे रह सकते हैं दिल्ली के कुछ इलाके

के० एस० टी०,(नई दिल्ली) संवाददाता। यमुना में अमोनिया बढ़ने के कारण पेयजल आपूर्ति प्रभावित होने की बातें अक्सर सामने आते रहती हैं। अब यमुना के पानी में शैवाल अधिक होने से वजीराबाद व चंद्रावल इन दो जल शोधन संयंत्रों से पानी आपूर्ति कम हुई है। इस वजह से नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी), मध्य दिल्ली, उत्तरी दिल्ली,

दिल्ली कैंट व दक्षिणी दिल्ली के कई इलाकों में पेयजल आपूर्ति प्रभावित हो सकती है। लेकिन एक-दो दिनों में आपूर्ति सामान्य हो जाएगी। जल बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वजीराबाद जलाशय से यमुना का पानी दोनों संयंत्रों के लिए उठाया जाता है। वजीराबाद में यमुना के पानी में शैवाल अधिक बढ़ गया है। तापमान अधिक होने पर ऐसी समस्या आती है।

शैवाल अधिक होने से यमुना के पानी में प्रदूषण बढ़ गया है। इस वजह से पानी के शोधन में समस्या हो रही है। सामान्य तौर पर जल शोधन संयंत्रों में लगे फिल्टर को 24 घंटे में एक बार स्वच्छ पानी से साफ किया जाता है। फिलहाल स्थिति यह है कि हर आठ घंटे पर फिल्टर साफ करने पड़ रहे हैं। लिहाजा 24 घंटे में तीन बार फिल्टर साफ करने पड़ रहे हैं।

इस वजह से आपूर्ति कम हुई है। वजीराबाद जल शोधन संयंत्र से प्रतिदिन करीब 124 एमजीडी व वजीराबाद संयंत्र से करीब 95 एमजीडी पानी आपूर्ति होती है। जबकि अभी वजीराबाद संयंत्र से करीब 120 एमजीडी व चंद्रावल संयंत्र से करीब 88 एमजीडी पानी की आपूर्ति हो रही है। इस तरह दोनों संयंत्रों से करीब 10 एमजीडी पानी आपूर्ति कम हुई है।इस वजह से सिविल लाइन, हिंदूराव अस्पताल, कमला नगर, शक्ति नगर, करोल बाग, पहाड़गंज,

 

ओल्ड राजेंद्र नगर, न्यू राजेंद्र नगर, पटेल नगर, बलजीत नगर, प्रेम नगर व इंद्रपुरी में पानी आपूर्ति प्रभावित हो सकती है। इसलिए जल बोर्ड ने लोगों से संभलकर पानी का इस्तेमाल करने की अपील की है। साथ ही यह भी कहा है कि पेयजल किल्लत होने पर लोग जल बोर्ड के काल सेंटर में 1916 नंबर पर पानी के टैंकर के लिए काल कर सकते हैं।

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