पार्किंग लागू होते ही बंद हो जायेंगे 80 फीसद नर्सिंग होम

के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता। कानपुर विकास प्राधिकरण (केड़ीए) ने एक जिन्न को बाहर निकाला है। इस जिन्न का नाम है इमारतों में पार्किंग का इंतजाम। पूर्व मंड़लायुक्त सुभाष चन्द्र शर्मा ने इस जिन्न को बोतल के बाहर निकाला था। करीब छह महीने केड़ीए के अधिकारी और अभियंता पूरे शहर में दौड़़ते रहे थे। नतीजा ढ़ाक के तीन पात रहा है। करीब पन्द्रह दिन पहले केड़ीए के जोन–3 के अवर अभियंताओं को निर्देशित किया गया है।

अपने क्षेत्र की पुरानी और नयी बिल्ड़िंगो को चिह्नित करके पार्किंग की व्यवस्था का अवलोकन करें और पार्किंग की व्यवस्था को बनवायें। वर्तमान मंड़लायुक्त ड़ॉ. राजशेखर के पहले सुभाष चन्द्र शर्मा मंड़लायुक्त थे। श्री शर्मा ने बहुत जोरशोर के पार्किंग के मुद्दे को उठाया था। सैकड़़ों होटल‚ नर्सिंग होम्स और स्कूलों को नोटिस जारी की गयी थी। पार्किंग का अभियान चलाने वाले अधिकारियों को मालूम नहीं है कि सन् 1991 के पहले आवासीय और व्यवसायिक इमारतों को.

पार्किंग का प्रावधान नक्शे में पारित नहीं किया जाता है। सन् 1991 में नेशनल बिल्डिंग कोड़ पारित होने के बाद व्यवसायिक इमारतों में पार्किंग का प्रावधान किया जाने लगा था लेकिन आवासीय इमारतों में पार्किंग का प्रावधान नहीं था। केड़ीए के अवर अभियंता आजादी के बाद बने होटल‚ स्कूलों और नÌसंग होम को नोटिस जारी करने जा रहे हैं। जबकि वास्तविकता में नोटिस उन इमारतों को जारी किया जाना चाहिये‚ जिन्होंने अपना नक्शा पारित करते.

समय पार्किंग का प्रावधान किया हो लेकिन वास्तविकता में पार्किंग के स्थान का दूसरा प्रयोग किया जा रहा हो। स्वरूप नगर‚ तिलक नगर‚ अशोक नगर आदि क्षेत्रों में बने नर्सिंग होम्स के नक्शे का अवलोकन कर लिया जाये तो 80 प्रतिशत नर्सिंग होेेेम बंद हो जायेंगे क्योंकि उन्होंने पार्किंग नक्शे में दिखाने के बाद भी नहीं दी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *