के० एस० टी०,आजमगढ़ संवाददाता।श्रावण मास में भगवान शंकर की पूजा का विशेष महत्व है। सोमवार भगवान शंकर का प्रिय दिन माना जाता है, ग्रंथों में कहा गया है कि शिव आराधना करने से फल की प्राप्ति होती है। भगवान शिव के ही एक रूप है मारकंडेय महादेव धाम.
जहां सावन मास में दूर-दूर से भक्तों का रेला लगा रहता है और पूजा आराधना किया जाता है, मारकंडेय महादेव का मंदिर वाराणसी जिले के कैथी और गाजीपुर सीमा से सटे मां गंगा और गोमती नदी के तट पर स्थित है। रेलवे साधन के लिए रजवाड़ी स्टेशन से मात्र 2 किलोमीटर की.
दूरी यह प्राचीन मार्कंडेय मंदिर स्थित है। सावन के महीने में प्रतिदिन हजारों की संख्या में यहां श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। सावन मास में प्रशासन की तरफ से भी सुरक्षा का काफी इंतजाम किया जाता है। मंदिर की देखरेख और मेले की व्यवस्था स्थानीय लोगों और प्रबंध समिति द्वारा की जाती है, स्थानीय युवकों का व्यवस्था में विशेष योगदान रहता है।