कानपुर में पानी में बह गये जलभराव रोकने को खर्च पैसे
22 Jan
के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता। पी रोड और गांधीनगर को जलभराव से मुक्ति दिलाने के नाम पर खर्च किए गए लाखों रुपये पानी में बह गये। जगह-जगह भरा सीवर का गंदा पानी व्यवस्था की पोल खोल रहा है। मामले की जानकारी मिलने पर महापौर प्रमिला पांडेय ने अफसरों को फटकार लगाई है। लेनिन पार्क पी रोड में पाइप डालने के लिए जरीब चौकी से पीरोड जाने वाली सड़क खोद दी गई है।
जिस गली से जलभराव के लिए लाइन डाली गई वहां अभी भी लाइन चोक है। इसके चलते गांधीनगर के आनंदबाग में सड़क तक पानी भरा हुआ है। मामला संज्ञान में आने पर महापौर ने अफसरों को फटकार लगाई है। साफ कहा है कि दोषी अफसरों को बख्शा नहीं जाएगा।
सफाई करा दी गई है। कहीं भी जलभराव नहीं है। टीम को लेकर एक बार फिर निरीक्षण करेंगे।
– रामचंदर, जोनल स्वास्थ्य अधिकारी जोन चार नगर निगम
डीएम के आदेश पर मैकराबर्टगंज में देर शाम शुरू हुई खोदाई
– मैकराबर्टगंज में तीन दिन से लीकेज होने के चलते बंद है बैराज प्लांट
सरकारी लिखा-पढ़ी के फेर में तीन दिन से दस लाख लोग पानी के लिए तरस रहे हैं। लीकेज की जांच के लिए रोड कटिंग की स्वीकृति नहीं मिलने से काम अटका हुआ है। इससे लोग आक्रोशित हैं। शुक्रवार देर शाम को जिलाधिकारी विशाखजी अय्यर ने मामले का संज्ञान लिया। उनके आदेश पर प्रशासन, जल निगम, पीडब्ल्यूडी और पुलिस अफसरों ने देर शाम मैकराबर्टगंज और पीपीएन मार्केट में.
लीकेज का निरीक्षण किया और खोदाई शुरू कराई। अवैध रूप से नेटवर्किंग कंपनी खोदाई कर रही है और कहीं भी रोड कटिग की स्वीकृति नहीं ली जा रही। विष्णुपुरी, कल्याणपुर, शास्त्रीनगर में क्षेत्रीय पार्षदों ने बिना रोड कटिग के हो रही खोदाई पकड़ी थी। ऐसे में सवाल उठता है कि अब जबकि शहर की दस लाख जनता तीन दिन से पानी के लिए तरस रही है तब क्या जनहित में कागजी लिखा-पढ़ी से पहले कार्य नहीं शुरू हो सकता।
लीकेज के बाद जल निगम ने पीडब्ल्यूडी को रोड कटिग के लिए पत्र भेजा लेकिन वह दफ्तर-दफ्तर घूमता रहा। अब जिलाधिकारी के आदेश के बाद अफसर हरकत में आए। एडीएम भू अध्याप्ति सत्येंद्र सिंह के साथ जल निगम, पीडब्ल्यूडी और पुलिस के अफसरों ने मैकराबर्टगंज और पीपीएन मार्केट का निरीक्षण किया। जल निगम के सहायक अभियंता मो अफजल ने बताया कि खोदाई शुरू कर दी गई है।