के० एस० टी०,आजमगढ़ संवाददाता।आधुनिक संसाधनों वाली सठियांव चीनी मिल उत्पादन के ²ष्टिकोण से सफलता के पथ अग्रसर दिख रही है। इस बार यहां की बनी चीनी सबसे महंगी बिक रही है। यहां तक कि मांग बढ़ने के कारण फुटकर बिक्री की योजना को स्थगित करना पड़ गया। चीनी के साथ बिजली, एथनाल, बगास (खोइया) से चीनी मिल अपनी आय में जहां बढ़ोतरी करती नजर आ रही है,
वहीं चीनी की गुणवत्ता के चलते उपभोक्ताओं ने मांग अधिक कर दी है।सबसे महंगे दर पर बिक रही चीनी को लेकर प्रबंधन तंत्र संतुष्ट दिखाई दे रहा है। बीच में चीनी बेचने के लिए फुटकर क्रय केंद्र शुरू करने का निर्णय लिया गया था, लेकिन फरवरी माह का कोटा 23970 क्विटल फुल होने के कारण फुटकर बिक्री का निर्णय स्थगित करना पड़ गया। चीनी उत्पादन के साथ प्रदेश में निर्यात का लगातार क्रम जारी है।
इस सत्र में चीनी का कुल उत्पादन लगभग 1 लाख 36 हजार क्विंटल हुआ, जिसमें 55 हजार क्विंटल की बिक्री हो चुकी है। चीनी मिल संघ ने यहां के उत्पाद की कीमत प्रति क्विंटल 3400 निर्धारित की है। पांच फीसद जीएसटी अलग से देना होगा। बीच में चीनी की खपत बढ़ाने के लिए फुटकर बेचने का नियम लागू कर दिया गया, ताकि स्टाक खाली हो जाए, लेकिन बाजार में मांग बढ़ने के कारण उस योजना को स्थगित कर दिया गया।
जीएम लालता प्रसाद सोनकर ने बताया कि पूरे प्रदेश में सठियांव मिल की चीनी अच्छी है, जबकि अन्य सहकारी चीनी मिल हमारी तुलना में पीछे चल रही हैं।