हत्या से पहले सिर पर लगी चोट से कोमा में चली गई थी पत्नी आशा
20 Apr
के० एस० टी०,गाजीपुर संवाददाता।कस्बा में पत्नी आशा और दो बच्चों आरव व सेजल की मौत दम घुटने से हुई है। हत्या से पहले पत्नी के सिर में चोट लगने से वह कोमा में चली गई थी। इसके बाद तीनों की गला दबाकर हत्या की गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में तीनों की मौत दम घुटने से होने की पुष्टि हुई है। भोजन में नींद की गोली या जहरीला पदार्थ मिलाने की पुष्टि के लिए बिसरा सुरक्षित कर दिया गया है।
जो जांच के लिए वाराणसी लैब भेजा जाएगा। सभी हत्याएं आधी रात के बाद की गई हैं। कस्बे के वार्ड संख्या दो निवासी मोबाइल व इलेक्ट्रिक मैकेनिक शिवदास ने रविवार मध्यरात्रि में अपनी पत्नी आशा, बेटा आरव व बेटी सेजल की सोते समय गला दबाकर हत्या कर दी थी। इसके बाद वह फांसी के फंदे पर झूल गया था। पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार था, ताकि मौत का असली कारण पता चल सके।
रिपोर्ट आने के बाद पता चला है कि हत्या से पहले पति-पत्नी के बीच लड़ाई हुई थी। इस दौरान शिवदास ने आशा का सिर दीवार से लड़ाया था। जिससे पीछे का हिस्सा सूज गया था। हालांकि ब्लड नहीं निकला था। थानाध्यक्ष प्रवीण यादव ने बताया कि रिपोर्ट में मौत से पहले सिर में चोट से पत्नी आशा के कोमा में जाने की पुष्टि हुई है। पत्नी की हत्या के बाद शिवदास ने बेड पर गहरी नींद में सोए दोनों.
मासूम आरव व सेजल का तकिया या अन्य से गला घोंटकर कर मौत की नींद सुला दी। इसके बाद उसी बेड पर पत्नी व बच्चों के शव के बीच स्टूल रखकर छत की कुंडी में पीला रंग की नायलोन की रस्सी से फंदा बनाकर झूल गया। खाने में जहर या नशीली दवाओं के मिलाने की रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। बिसरा रिपोर्ट आने के बाद ही मालूम होगा कि उस रात सभी क्या खाए थे। किसके खाने मे क्या-क्या मिला।
उसकी फोरेंसिक जांच चल रही है। एक ही चिता पर पति-पत्नी का अंतिम संस्कार जिला मुख्यालय पर पोस्टमार्टम के बाद चारों शवों को वहीं श्मशान घाट पर दाह संस्कार कर दिया गया। पति- पत्नी के शव का अंतिम संस्कार एक ही चिता पर रखकर किया गया। इसके बाद दोनों मासूम बच्चों का भारतीय संस्कृति अनुसार दाह संस्कार किया गया। मुखाग्नि मृतक के छोटे भाई होमगार्ड संजय ने दिया। पत्नी व बच्चों के साथ घूमने का शौकीन था
शिवदास शिवदास अपनी पत्नी व बच्चों के साथ घूमने का शौकीन था। पुलिस ने उसके मोबाइल का लाक खुलवाया तो उसमें पत्नी व बच्चों के साथ आगरा की फोटो मिली। इसके अलावा वह माल में खरीदारी भी करता था। बच्चों के साथ मार्कंडेय महादेव व माल की भी तस्वीरें मोबाइल में हैं। उसने ससुराल के नंबर को ब्लाक कर रखा था। बीते बीस दिनों में उसने मोबाइल से इक्का-दुक्का लोगों को ही फोन किया था।
कई-कई दिन तो उसकी किसी से बात नहीं हुई है। पत्नी आशा अपने पति के ना रहने पर देवरानी या अन्य सदस्यों के साथ ही मायके फोन करती थी। मोबाइल से करता था पढ़ाई बीएड पास शिवदास मोबाइल के माध्यम के प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता था। उसने मोबाइल में तमाम जनरल नालेज की जानकारी सर्च की थी। मोबाइल से पता चला है कि वह इसके माध्यम से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में रूचि रखता था। शिवदास वैसे तो मनबढ़ था लेकिन सरकारी नौकरी के लिए प्रयासरत था।