के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता। बादशाहीनाका थाना क्षेत्र में सब्जी व्यापारी के सात वर्षीय बेटे की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। शुक्रवार की शाम को थाने के निर्माणाधीन भवन से 10 मीटर दूर स्थित सामुदायिक शौचालय में कंबल में लिपटा शव पड़ा मिला। केयरटेकर की सूचना पर पुलिस पहुंची और पहचान के लिए स्वजन को बुलाया। बच्चा तीन दिन पहले संदिग्ध हालत में लापता हो गया था।
स्वजन ने अगवा करने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। भारी भीड़ जुटने और बवाल की आशंका के चलते डीसीपी पूर्वी अनवरगंज, कलक्टरगंज सर्किल फोर्स, क्विक रिस्पांश टीम (क्यूआरटी) के साथ मौके पर पहुंचे। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए हैं। सब्जीमंडी बादशाहीनाक निवासी सब्जी व्यवसायी भीम सोनकर उर्फ रीटू के परिवार में पत्नी ममता, 20 वर्षीय शादीशुदा बेटी रूमी, 17 वर्षीय बेटा काका,
13 वर्षीय बेटा कृष्णा, 10 वर्षीय बेटा लोलो व सात वर्षीय बेटा विराट हैं। ममता के मुताबिक 11 अक्टूबर की रात 8:30 बजे उनका सबसे छोटा बेटा विराट संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया था। काफी तलाश के बाद भी कुछ पता न चलने पर बादशाहीनाका थाने में अज्ञात के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शुक्रवार की देर शाम 7:30 बजे बादशाहीनाका थाने के निर्माणाधीन भवन के.
पीछे वाली गली में स्थित महिला शौचालय में कंबल में लिपटा उसका शव मिला। शौचालय के केयरटेकर पंडित ने शव पड़ा देखकर लोगों को सूचना दी तो भीड़ जुट गई। बच्चे का शव मिलने की भनक लगते ही विराट के स्वजन भी मौके पर पहुंचे और शव की पहचान की। मामला पुलिस की जानकारी में आया तो डीसीपी पूर्वी रवींद्र कुमार, एडीसीपी पूर्वी बृजेश कुमार श्रीवास्तव, एसीपी अनवरगंज मोहम्मद अकमल खान,
एसीपी कलक्टरगंज शिखर दोनों सर्किल फोर्स के साथ पहुंचे और फोरेंसिक टीम बुलाई। साक्ष्य जुटाने के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। गला घोंटकर हत्या किए जाने की आशंका है। वहीं बवाल की आशंका के चलते एहतियातन क्यूआरटी और फोर्स तैनात की गई है। बच्चे की हत्या की जानकारी पर विधायक अमिताभ बाजपेई भी समर्थकों संग घटनास्थल पहुंचे और परिवार को ढांढस बंधाई।
परिवार के लोगों ने रंजिश और विवाद की बात से इन्कार किया है। वहीं किसी पर अपहरण और हत्या को लेकर शक भी नहीं जताया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। केयर टेकर को पुलिस ने हिरासत में लिया है। मामले की जानकारी होते ही अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कर बच्चे की तलाश के लिए छह टीमों को लगाया गया था। घर के आसपास से लेकर सीसी कैमरों के फुटेज भी खंगाले गए थे।