गाजीपुर में टूटी रेल पटरी से गुजर गई पंजाब मेल

के० एस० टी०,गाजीपुर संवाददाता। पटना- पीडीडीयू रेल खंड के दरौली व जमानियां स्टेशन के बीच हरब्बलमपुर गांव के पास सुबह 6:35 बजे टूटे रेल पटरी से 13005 अप हावड़ा अमृतसर पंजाब मेल तेज गति से गुजर गई जिसे रेल पटरी का स्लीपर भी क्षतिग्रस्त हो गया। संयोग ठीक रहा कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। हालांकि, सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे रेलकर्मियों ने ट्रैक की मरम्मत कर दी तब 8:30 बजे काशन 30 किमी में ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ।

दरौली व जमानियां स्टेशन के बीच हरब्बलमपुर गांव के पास अप लाइन में रेल पटरी दो भागों में टूट गया था। हरबल्लमपुर निवासी विजय यादव रेलवे लाइन के किनारे से जा रहे थे तभी उनकी नजर दो भागों में टूटे रेल पटरी पर पड़ी। इसी दौरान अप लाइन में ट्रेन आता देख अपने लाल रंग के गमछा को दिखाकर ट्रेन को रोकवाने का प्रयास किया लेकिन ट्रेन धड़धड़ाते हुए टूटे रेल पटरी से निकल गयी तो विजय यादव ने तत्काल 112 पर फोन करके घटना की जानकारी दी।

112 पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए रेलवे स्टेशन को सूचित किया इसके बाद रेल कर्मी मौके पर पहुंचे और हावड़ा-बीकानेर एक्सप्रेस को सांकेतिक लाल रंग दिखाकर रेलवे कर्मी ने रुकवाया और रेल पटरी टूटने की सूचना विभाग के अधिकारियों को दी। इसके बाद टूटे पटरी को दुरुस्त कर काशन में 30 किमी की रफ्तार से ट्रेन चलाने का मेमो दिया। तब एक घंटा बाद 8:30 पहली ट्रेन हावड़ा- बीकानेर एक्सप्रेस पीडीडीयू को रवाना हुई। इस दौरान सीमांचल एक्सप्रेस,

बक्सर-वाराणसी पैसेंजर, नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस, फरक्का एक्सप्रेस व कामख्या आनन्द बिहार एक्सप्रेस ट्रेन अलग अलग स्टेशनों पर लगभग एक घंटे तक रुकी रही। इस बारे में पूछने पर दिलदार नगर सेक्शन के वरीय रेल पथ निरीक्षक दिलीप कुमार ने बताया कि हरब्बलमपुर गांव के पास अप लाइन में रेलवे पटरी टूटी थी। पटरी को दुरुस्त कर दिया गया। रेल पटरी बदले जाने तक काशन 30 में ट्रेनों को चलाने का मेमो स्टेशन के माध्यम से दानापुर नियंत्रण कक्ष को दिया गया है।

पीडीडीयू – पटना रेल खंड पर पुराने रेल पटरी पर ही तेज रफ्तार ट्रेनें दौड़ रही है। दरौली से जमानियां स्टेशन तक अप लाइन में वर्ष 2003 का 60 किलो का ही रेल पटरी बिछा है। जिस पर राजधानी सहित कई ट्रेनें 130 किमी की रफ्तार से दौड़ रही थी। रविवार की सुबह हरब्बलमपुर गांव के पास अप लाइन में दो भागों में टूटी रेल पटरी से पंजाब मेल गुजरने की घटना की जानकारी पाकर इंजीनयरिंग विभाग के अधिकारियों में खलबली मच गई। अगर ग्रामीण की सूचना पर.

रेल कर्मी नहीं पहुंचते तो हावड़ा बीकानेर एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो सकती थी। पुराना रेल पटरी होने के कारण तापमान में गिरावट होने से रेल पटरी टूट गयी। क्योंकि ठंड में रेल पटरी सिकुड़ने के कारण टूट और चटक जाती है। ठंड के मौसम में रेल पटरी टूटने व चटकने की घटनाएं होती रहती है। इससे ट्रेनों के परिचालन पर भी असर पड़ता है।

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