Skip to contentके० एस० टी०,नई दिल्ली संवाददाता। गुलाबी ठंड अब खत्म और कड़ाके की सर्दी का दौर शुरू होने को है। पश्चिमी विक्षोभ के असर से पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी की ठंडक जल्द पूरे उत्तर भारत में महसूस होने लगेगी। दिल्ली-एनसीआर ही नहीं, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, गुजरात व पश्चिमी मध्य प्रदेश में भी दो से तीन दिनों में न्यूनतम तापमान तीन से चार डिग्री तक गिर जाने के आसार हैं। गौरतलब है कि नवंबर के बाद दिसंबर का पहला पखवाड़ा भी पूर्णतया शुष्क ही बीतने जा रहा है। लेकिन दिसंबर के उत्तरार्ध में स्थिति थोड़ी बदलेगी। एक पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से जम्मू कश्मीर व लेह लद्दाख के पहाड़ों पर बर्फबारी हुई है।
बर्फवारी के बाद बदलेगी हवा पड़ेगी ठंड-: 13 एवं 14 तारीख को एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के असर से इन सभी जगहों के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश में भी बर्फबारी होने की संभावना है। ऐसे में अगले दो तीन दिनों में हवा की दिशा बदलने पर उत्तर पश्चिमी हवा के साथ इस बर्फबारी का असर दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, गुजरात और पश्चिमी मध्य प्रदेश तक भी पहुंचने लगेगा।
ठंड बढ़ने के लिए ऐसा होना जरूरी-: मौसम विज्ञानियों के अनुसार फिलहाल न्यूनतम तापमान में ही कमी आएगी। दिन में धूप खिलने और आसमान साफ रहने से अधिकतम तापमान ज्यादा नहीं गिरेगा। वजह दिन के तापमान में गिरावट एवं कोहरे के लिए बरसात होना जरूरी है। जबकि अभी कम से कम एक सप्ताह के दौरान बरसात की फिलहाल कोई संभावना नहीं लग रही।
चौथे सप्ताह से पड़ेगी ठिठुरन-: मतलब सुबह-शाम और रात की ठंड जहां थोड़ा ठिठुरन पैदा करने वाली है। वहीं दिन के समय चटकीली धूप से राहत मिलना भी कायम रहेगा। अलबत्ता दिसंबर के चौथे सप्ताह से दिन में भी ठिठुरन वाली सर्दी महसूस होने लगेगी। दिल्ली में तो शुक्रवार या शनिवार तक ही अधिकतम तापमान 24 और न्यूनतम छह डिग्री तक पहुंच जाएगा। स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष (मौसम विज्ञान एवं जलवायु परिवर्तन) महेश पलावत ने बताया कि पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के चलते दो तीन दिन संभवतया बुधवार से उत्तर में ठंड में वृद्धि होगी। न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री की गिरावट आ सकती है। माह के चौथे सप्ताह तक वर्षा की संभावना बनेगी तो अधिकतम तापमान भी कम हो जाएगा। पश्चिमी विक्षोभ के असर से दिल्ली-एनसीआर उत्तर भारत के ज्यादातर हिस्सों में ठंड बढ़ेगी।