के० एस० टी०,कानपुर संवाददाता।दोस्तों के हाथों मारे गये संजीत का शव पुलिस घटना के पांच दिन बाद भी नहीं तलाश पायी है। पुलिस संजीत की हत्या की जानकारी होने के बाद से अब तक पांडु़ नदी और किनारे के जंगलों में अस्सी किमी तक का क्षेत्र खंगाल चुकी है लेकिन उसे सफलता नहीं मिली है।
बर्रा निवासी संजीत यादव का उसके दोस्तों ने फिरौती के कारण 22 जून को अपहरण कर लिया था। आरोपियों ने उसे एक मकान में पांच दिनों तक बंधक बनाकर रखा और 27 जून को उसकी गला दबाकर हत्या करने के बाद शव को पांडु़ नदी में फेंक दिया था।
मामले का खुलासा आरोपियों के पकड़े़ जाने पर हुआ जिसके बाद शासन ने एसपी समेत 11 पुलिस कर्मियों को निलम्बित कर दिया था जबकि एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु को भी जनपद से हटाकर झांसी भेज दिया था। संजीत की हत्या की बात पता चलने पर पुलिस और.
पीएसी की गोताखोर टीम उसका शव तलाशने के लिए पांडु़ नदी को खंगालने में जुट गयी थी। इन पांच दिनों में पुलिस अब तक पांडु़ नदी और उसके आस पास का अस्सी किमी तक का क्षेत्र खंगाल चुकी है। उधर संजीत के परिजन उसका शव सौंपने की मांग पर ड़टे हुए हैं।
नवांगतुक एसएसपी ड़ॉ. प्रीतिंदर सिंह का कहना है कि उनकी पूरी संवेदनाएं संजीत के परिजनों के साथ हैं। पुलिस संजीत का शव बरामद करने का पूरा प्रयास कर रही है। पुलिस और पीएसी के गोताखोर तलाश में जुटे हुए हैं।