ऊंची दुकानों के फीके फीके पकवानों में क्या-क्या छुपा!

काकादेव थाना क्षेत्र की इन दुकानों में बड़े-बड़े खेल

संचार की दुकान वाला साजिश रचकर मध्यस्थता कर कराता है सौदा

सफेद पोश, खाकी वर्दीधारी व इलाके के प्रभावी लोगों की विरोध के बाद यकायक क्यों बंद हो जाती है जुबाने


के० एस० टी०, कानपुर नगर। कोचिंग जोन काकादेव थाना क्षेत्र की चर्चित सिनेमा घर के चंद कदम दूरी पर स्थित एक मिष्ठान की दुकान व संचार केन्द्र से जुड़ी एक दुकान असमाजिक तत्वों का अड्डा बना हुई है। अपुष्ट सूत्रों की माने तो इसी में से एक दुकान से कॉल गर्लो कि डीलिंग भी अपने खास कस्टमरों की कराई जाती है। जिससे इसका धंधा दिन-दूना रात चौगुना बढ़ रहा है।

रोज नये चेहरे इनके कस्टमरों के माध्यम से आ रहे हैं। आपको बताते चलें कि पिछले अंतिम लॉक डाउनों में ऊंची-रसूख के दम पर दुकान खोलने के मामले में सुर्खियां बने रहने वाले इस चर्चित मिष्ठान की दुकान वाले का कुसूर सिर्फ इतना है कि शहर की ऊंची दुकान हो जाने के कारण इस पर ऊंची रसूख वाले सफेद पोशों नाम धारी वर्दी वालों व अन्य का दबाव भी बनना लाजिमी था।

जिसमें दुकान में बनने वाला बड़ा माल बेगारी में कही अधिक जाने लगा। लिहाजा इस दुकान दार ने “ऊंची दुकान का फीका पकवान” की कहावत की तरह मिलावट खोरी भी जारी कर दी। उसके बावजूद कस्टम रों की संख्या घटने की बजाय बढ़ती ही गई। उधर इस बात की खबर एक संचार का सामान बेंचने वाले के कानों में पहुंच गई। चूंकि उसके यहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा पहले से ही लगता है।

जो काकादेव कोचिंग मंडी में शोहदों की तरह ऊल-जुलूल हरकतों के साथ हुक्का क्लब से लेकर हर असमाजिक कार्ये में लिप्त रहते हैं। यह दुकान दार पहले इन तत्वों को मिष्ठान की दुकान पर सक्रिय कराता है। उसके बाद मध्यस्थता कर इन तत्वों से डीलिंग भी दुकान दार से कराता है ताकि उसका प्रभाव दोनों पर बना रहे। जिससे वह जहां असमाजिक तत्वों से छात्र-छात्राओं पर दबाव बनाने के साथ ही हर कार्य में दखल दांजी करता है।

साथ ही मिष्ठान भंडार पर दबाव भी बना रहता है। इस कार गुजारी में उड़ते-उड़ते जो खबर आई है। उसके मुताबिक वेश्यावृति के सौदे भी इन्हीं में से एक दुकान से खास कस्टमरों के लिए कराये जाते है। जिसमें थाने के कुछ वर्दीधारियों की संलिप्तता बनी रहती हैं। इलाकाई सफेद पोशो के यहां मांग पर जब फ्री में मिठाई अन्य डिमांडे पूरी होती है तो वह क्यों इस तरह की बातों की हवा देंगे।

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