के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता। सड़कों पर स्पीड ब्रेकरों की हालत सुधारने के लिए हाईकोर्ट ने सरकार से जवाब मांगा है, लेकिन शहर में भी तमाम रास्तों पर स्पीड ब्रेकर बदहाल हैं। अंधेरे में तो ये बिल्कुल दिखाई ही नहीं देते हैैं। इसी वजह से हादसे होते हैं। ट्रैफिक पुलिस के आंकड़े गवाही दे रहे हैं कि पिछले वर्ष स्पीड ब्रेकर पर बाइक या अन्य वाहनों के अनियंत्रित होने से 40 लोग घायल हुए थे और दो की जान चली गई थी।
नियमानुसार स्पीड ब्रेकर बनाते वक्त उस पर बेहतर रिफ्लेक्टरयुक्त (Panting) की जानी चाहिए, ताकि दूर से वाहन चालक उन्हेंं देख सकें। इसके अलावा स्पीड ब्रेकर से पूर्व साइन बोर्ड भी लगाया जाना चाहिए, लेकिन शहर में सैकड़ों स्पीड ब्रेकर नियम-कानून को ताक पर रखकर बना दिए गए। रामादेवी से महाराजपुर आने जाने वाली सर्विस लेन पर काफी ऊंचे ब्रेकर हैं, लेकिन अंधेरे में यह दिखाई नहीं देते।
इसी तरह रामादेवी से बर्रा आने जाने वाली सर्विस लेन पर भी यही हाल है। कुछ ब्रेकर को रंबल स्ट्रीप के रूप में हैं, जिनमें वाहन चालक उछल जाते हैं और हादसे होते हैं। डीसीपी ट्रैफिक बीबीजीटीएस मूर्थी ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस के सभी सेक्टर प्रभारियों से हादसों के कारणों को लेकर रिपोर्ट मांगी गई है। स्पीड ब्रेकरों को नगर निगम व अन्य संबंधित विभागों से सामंजस्य स्थापित करके ठीक कराया जाएगा।
इन रास्तों पर खतरनाक स्पीड ब्रेकर
दीप तिराहे से शनिदेव मंदिर एच ब्लाक किदवईनगर तक, सोटे बाबा मंदिर किदवईनगर से साइट नंबर वन तक, हाईवे कीसर्विस रोड पर अंडरपास के पहले बनाए गए ब्रेकर, ट्रांसपोर्ट नगर से यशोदानगर की सड़क पर, आनंदपुरी चौकी के पास, रेलबाजार थाने के आसपास, डबल पुलिया से विजय नगर चौराहे के बीच