Skip to contentके० एस० टी०,आजमगढ़/रौनापार संवाददाता। सरयू नदी की लहरें तटवर्ती क्षेत्र के लोगों को डराने लगी हैं। चार दिनों से जलस्तर में लगातार वृद्धि से कई गांवों के संपर्क मार्ग पानी में डूबे हैं, तो वहीं बाढ़ खंड कटान रोकने के लिए मिट्टी और बालू की बोरियों का सहारा ले रहा है। पिछले 4 दिनों से लगातार उफान मारता हुआ बढ़ रहा है।
बुधवार को ही नदी खतरा निशान पार कर चुकी थी तो जलस्तर में वृद्धि गुरुवार को भी जारी रही। मुख्य बांध पर आने-जाने के लिए बने संपर्क मार्ग पानी में डूब गए हैं। हाजीपुर, झगरहवा, वासु का पूरा, बगहवा आदि गांव में तेजी से बाढ़ का पानी घुस रहा है।लोग अपना सामान लेकर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने पर विवश हैं।
आने-जाने के लिए नाव भी प्रशासनिक स्तर पर उपलब्ध नहीं कराई जा सकी है। वहीं तहसीलदार रामानुज शुक्ला का दावा है कि प्रभावित गांवों को नाव उपलब्ध करा दी गई है।उधर अकेले बगहवा गांव के 12 घरों तक नदी की धारा पहुंचने से लोगों की बेचैनी काफी बढ़ गई है।नदी का जलस्तर बुधवार को डिघिया नाले पर 71.07 मीटर पर था.
जो गुरुवार को बढ़कर 71.12 पर पहुंच गया। बदरहुआ नाले पर खतरा बिदु 71.68 पारकर नदी की लहरें बुधवार को ही 71.62 पर पहुंच गई थी। गुरुवार को 13 सेंटीमीटर बढ़कर 71.83 पर पहुंच गया है।