के० एस० टी०,गाजीपुर संवाददाता। पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह ने बुधवार को चार घंटे तक स्थानीय थाने का निरीक्षण किया। उन्होंने सीसीटीएनएस, महिला हेल्प डेस्क, बंदीगृह, मालखाना, लावारिस पड़े वाहनों के बारे में पूछताछ की। कार्यालय में रखे रजिस्टर की गहनता से जांच कर विभिन्न मुकदमों के बारे में दीवान से जानकारी ली और बरामद माल के बारे में बात की।
उन्होंने साफ कहा कि पीड़ितों को न्याय मिलना चाहिए। उन्होंने थाने में रखे शस्त्रों का निरीक्षण किया और उनके प्रयोग के बारे में मातहतों से पूछा। कार्यालय में रखे रजिस्टर की गहनता से जांच की। उन्होंने आय-व्यय रजिस्टर को भी देखा। उसमें अधिकतर मामलों का उल्लेख नहीं था। कहा कि सभी मामलों का उल्लेख अभिलेखों में होना चाहिए। इसके बाद सीसीटीएनएस कक्ष में कंप्यूटर से संबंधित जानकारी ली।
उन्होंने महिला हेल्प डेस्क कक्ष में काउंटर पर बैठी महिला कांस्टेबल से पीड़ितों से मिले प्रार्थना पत्र का रजिस्टर मांगा, जो रजिस्टर में अंकित नहीं था। कम्प्यूटर में खराबी की बात कही गई। उन्होंने महिला हेल्प डेस्क के सभी प्रार्थना पत्रों को कंप्यूटर में स्कैन करने का आदेश दिया। इस दौरान महिला महिला कांस्टेबल दीपिका सिंह पुलिस अधीक्षक के सामने आने पर घबराहट महसूस करने लगी।