के० एस० टी०,गाजीपुर संवाददाता।मानसून की विदायी की बेला में गुरुवार को हुई बरसात एक परिवार के लिए आफत लेकर आई। दोपहर में पिता-मां व पुत्र धान की खेत में निराई कर रहे थे। इस दौरान आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई। परिजनों के अनुसार माता-पिता के साथ खेती में बेटा हाथ बंटाता था। वहीं हादसे की जानकारी होने के बाद तहसील प्रशासन ने दैवी आपदा कोष से मदद का भरोसा दिया है।
जखनियां क्षेत्र के सोफीपुर में धान की खेत की निराई कर रहे दंपति व जवान बेटे की आकाशीय बिजली से मौत हो गई। तहसील प्रशासन ने दैवी आपदा राहत कोष से मदद का भरोसा दिलाया है। गांव निवासी हीराराम ने घर से थोड़ी दूर दामोदरपुर गांव के ईनामी पुरवा में धान की खेती कर रखी थी। गुरुवार को वह पत्नी फूलमती व बेटे रमेश राम के साथ खेत में निराई कर थे। इस दौरान बादलों की कड़कड़ाहट के.
साथ उनके खेत में आकाशीय बिजली गिरी। जिसकी चपेट में आने से हीरा राम, उनकी पत्नी फूलमती देवी व जवान बेटा रमेश राम की मौके पर मौत हो गई। पड़ोसी तीनों को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जखनियां पहुंचे, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि आकाशीय बिजली की चमक व आवाज इतनी तेज थी कि सुनते ही लोग अपने घरों की ओर भागने लगे। हीराराम तीन भाइयों में मझला भाई था।
इनके दो पुत्रों में एक मुंबई में प्राइवेट नौकरी करता है, जबकि दूसरा रमेश राम साथ रहकर खेती के काम में हाथ बंटाता था। दो बेटियां कमली व बिमली हैं। स्वजन का करुण क्रंदन देखकर लोगों के मुंह से आह निकल रही थी। उप जिलाधिकारी आशुतोष कुमार श्रीवास्तव, तहसीलदार रामजी, क्षेत्राधिकारी रवींद्र प्रताप वर्मा ,कोतवाल राजू दिवाकर पहुंच गए । उपजिलाधिकारी आशुतोष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मृतक परिवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आते ही दैवी आपदा राहत कोष से आर्थिक मदद दी जाएगी।