पूर्व प्रधानमंत्री की सुरक्षा के प्रभारी रह चुके हैं कानपुर पुलिस आयुक्त
27 Mar
●तेजतर्रार अधिकारियों में होती है गिनती
●लखनऊ में आतंकी को मुठभेड़़ में मार गिराया था
के० एस० टी०,कानपुर संवाददाता। महानगर के प्रथम पुलिस आयुक्त की कमान संभालने वाले एड़ीजी असीम अरुण का नाम पुलिस विभाग में तेजतर्रार अधिकारियों में लिया जाता है। उनकी कार्यकुशलता और साहस के कारण ही वह पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सुरक्षा के प्रभारी भी रह चुके हैं।
इसके अलावा एटीएस में पोस्टिंग के दौरान उन्होंने लखनऊ में एक आतंकी को भी मुठभेड़़ में मार गिराया था। मूलरूप से कन्नौज जनपद के रहने वाले महानगर के पुलिस आयुक्त असीम अरुण का जन्म 3 अक्टूबर 1970 में हुआ था। इनके पिता श्री राम अरुण भी आईपीएस अधिकारी थे और उनकी गिनती भी.
तेजतर्रार पुलिस अधिकारियों में होती थी। उन्होंने उप्र के पुलिस महानिदेशक का पद भी संभाला था। असीम की माता शशि अरुण जानी–मानी लेखिका हैं। पुलिस आयुक्त असीम की प्रारम्भिक पढ़ाई लखनऊ के सेन्ट फ्रांसिस कालेज में हुई थी। इसके बाद इन्होंने दिल्ली के.
सेन्ट स्टीफेंस कॉलेज से बीएससी किया है। इसके बाद इन्होंने पिता की इच्छा पर सिविल सर्विसेज की राह पर चल पढ़े क्योंकि पिता श्रीराम अरुण इन्हें अपनी तरह आईपीएस अधिकारी बनते देखना चाहते थे। वर्ष 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी असीम अरुण अपनी निर्भीक और तेजतर्रार छवि के कारण जल्द ही.
पुलिस अधिकारियों में छा गये। उनकी छवि को देखते हुए उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सुरक्षा दस्ते में शामिल किया गया था। उसमें वह एसपीजी के क्लोज प्रोटेक्शन टीम के प्रभारी थे। इसके अलावा वह एसपीजी‚ एनएसजी और सीबीआई में भी अपनी सेवा दे चुके हैं। श्री अरुण हाथरस‚ बलरामपुर‚
सिद्धार्थनगर‚ आगरा‚ अलीगढ़ और गोरखपुर में पुलिस अधीक्षक और पुलिस उप महानिरीक्षक के रूप में अपनी सेवा दे चुके हैं। एटीएस में रहते हुए इन्होंने लखनऊ में आईएसआईएस के आतंकी सैफुल्लाह को मुठभेड़़ में मार गिराया था.
और कानपुर से उसके कई साथियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। कानपुर नगर के पुलिस आयुक्त बनने से पहले वह यूपी 112 में अपर पुलिस महानिदेशक का पदभार संभाले हुए थे।