कोरोना काल में ट्रांसपोर्टरों ने संवेदनशील वस्तुओं को खूब ढोया और की अरबों की कमाई

के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता। कोरोना काल के दौरान ट्रांसपोर्टरों ने कानपुर में ही नहीं पूरे प्रदेश में अरबों की कमाई की है। इस दौरान केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा केंद्रीय माल एवं सेवा कर व वाणिज्य कर विभाग को छापे आदि की कार्रवाई से बचने के निर्देश दिए गए थे, इसका इन लोगों ने खूब लाभ उठाया।

 

पूरे प्रदेश में संवेदनशील वस्तुओं को खूब ढोया गया और जमकर कर अपवंचना की गई। व्यापारिक व औद्योगिक गतिविधियों में कोई बाधा न पड़े, इसलिए कोरोना काल में केंद्रीय माल एवं सेवा कर (सीजीएसटी) व वाणिज्य कर विभाग ने अधिकारियों को कार्रवाई से रोक दिया था।

 

प्रदेश के कई ट्रांसपोर्टरों ने इस छूट का लाभ उठाते हुए संवेदनशील वस्तुओं को ढोया। उप्र में वाणिज्य कर विभाग ने संवेदनशील वस्तुओं की सूची बनाई हुई है। ये वे वस्तुएं हैं जिनमें कर अपवंचना ज्यादा होती है। इनकी सूची अलग-अलग जिलों के हिसाब से बनाई गई थी।

इसमें कानपुर में सुपाड़ी और पान मसाला को शामिल किया गया। डेढ़ वर्ष बाद अब वाणिज्य कर विभाग ट्रांसपोर्टरों की खामियां तलाश रहा है, लेकिन इसके कोई कागज न होने की वजह से अधिकारी खुद को काफी कमजोर पा रहे हैं।

ये हैं संवेदनशील वस्तुएं
पान मसाला, बीड़ी, तंबाकू, सिगरेट, इस्पात, सुपाड़ी, मेंथा तेल, रेडीमेड गारमेंट, खाद्य तेल, कोयला, लकड़ी, पेपर, सीमेंट, मोबाइल फोन, मार्बल, टाइल्स, फुटवियर, गिट्टी।

इनका ये है कहना
वाणिज्य कर विभाग संवेदनशील वस्तुओं को लेकर खुद भी संवेदनशील है। इनको लेकर लगातार कार्रवाई की जा रही है। – पीके सिंह, एडिशनल कमिश्नर, ग्रेड वन जोन वन, वाणिज्य कर विभाग

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