के०डी०ए के जोन-3 में अवैध मानको के निर्माणाधीन बिल्डिंगों की भरमार

घरेलू के नाम पर बिल्डिंगों में होता है व्यवसायिक का खेल

बिल्डरों की बिल्डिंगों में तो निगाह ही नहीं जाती

जोन-3 में शिकायतें तभी ही रह जाती हैं


के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता। जोन-3 में कानपुर विकास प्राधिकरण में मानक को ठेंगा दिखा बिल्डिंगों के निर्माण की भरमार धड़ल्ले से चल रही है। जिसमें जूनियर इंजीनियर व डिप्टी कलेक्टर प्रवर्तन-3 की मिली भगत के भी आसार बताये जा रहे हैं। जोन-3 में विश्व बैंक बर्रा (ए से यू तक), बर्रा(1 से 8), वरुण विहार, वैदही विहार, कर्रही,

रविदास पुरम, तात्या टोपे नगर, अम्बेडकर नगर, बर्रा पश्चिम, बर्रा पूर्वी, जरौली गांव, जरौली गांव, रतनलाल नगर, गोविन्द नगर दक्षिण (ए से यू तक), गोविन्द नगर हरजिंदर बस्ती, निराला नगर, गुजैनी कॉलोनी (ए से यू तक), दबौली, दबौली वेस्ट, गोविन्द नगर उतरी (ए से 13 तक), उस्मानपुर, जूही (पीली, हरी, सफेद), किदवई नगर दक्षिण,

नौबस्ता पश्चिम, खाण्डेपुर गांव, खाण्डेपुर कॉलोनी, जूही हमीरपुर रोड, बसन्त विहार, दामोदर नगर, केशव नगर, जूही कला, साकेत नगर, राखी मण्डी, अनवरगंज, जी०टी० रोड, फजलगंज, गड़रियन पुरवा, अर्रा, बिनगवां, सरायमीता, न्यू ट्रांसपोर्ट नगर, व्यापार नगर, चकरपुर, भीमसेन, भौती आदि इलाकों में बिना कानपुर विकास प्राधिकरण की अनुमति के.

व्यवसायिक बिल्डिगे निर्माणधीन है। इलाकाई व विभागीय सूत्र बताते हैं कि कहां कौन सी बिल्डिंग का निर्माण चल रहा है। उसके लिए इनके गुप्त रूप से आदमी लगे हैं। वह व्यवसायिक बिल्डिंग का निर्माण शुरू होते ही जूनियर इंजीनियर को जानकारी कर देते हैं। उसके बाद वहां सौदे बाजी हो जाती है फिर धड़ल्ले से अवैध निर्माण चालू हो जाता है।

जबकि बिल्डरों के कांटेक्ट में होने वाले निर्माण में उनके हिस्से की पत्ती पहले से ही पहुँच जाती है। इसके अलावा अगर कोई शिकायत करता है तो यह लोग उस शिकायती पत्र को दबाए रहते हैं। अगर ज्यादा लकड़ी हुई तो भी यह समझौता करा देते है। कुल मिलाकर यह खेल धड़ल्ले से चल रहा है। एक समय कोरोना काल व पूर्व में बहाना था कि.

कानपुर विकास प्राधिकरण में उपाध्यक्ष की सीट खाली है किन्तु अब यह जब उपाध्यक्ष कानपुर विकास प्राधिकरण में उपाध्यक्ष की नियुक्ति हो गई हैं तो निर्माण किस तरह से हो रहे हैं। जिसका जीता-जागता उदाहरण जोन-3 में घूमने पर मिल जाएगा। ऐसा नही है अन्य जोनों में सेटिंग नही चल रही है.

किन्तु यहां कुछ ज्यादा ही है। बिल्डरों की भी खूब कमाई इस सांठ-गांठ में चल रही है। ऐसा नही है कि शिकायते न हो किन्तु सब मामले दबे पड़े हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *