के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता।दीपावली की अगली शाम से ठंड का असर उत्तर पश्चिमी हवा चलने के कारण बढ़ जाएगा। यह कैस्पियन सागर से मैदानी क्षेत्रों की ओर आ रही है। इसकी राह पश्चिमी विक्षोभ ने रोक दी थी, जिसके बाद दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में सिहरन वाली सर्दी कुछ कम हुई थी। पश्चिमी विक्षोभ गुरुवार को उत्तराखंड से चीन की ओर चला गया है। इसके प्रभाव से पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फ गिरी,
जबकि कुछ हिस्सों में बारिश हुई। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि दिन के मुकाबले शाम का तापमान तेजी से गिरेगा। दिन में धूप निकलेगी, जबकि अत्यधिक ऊंचाई पर हल्के बादल भी छा सकते हैं, जिसकी वजह से दिन का तापमान कुछ बढ़ा हुआ रहेगा। डा. पांडेय के मुताबिक कम दबाव का क्षेत्र दक्षिण पूर्व अरब सागर और.
लक्षद्वीप के आसपास के हिस्सों पर बना हुआ है। संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 4.5 किमी तक फैला हुआ है। उत्तरी श्रीलंका और आसपास के क्षेत्र पर चक्रवाती हवा का क्षेत्र बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा उपरोक्त चक्रवाती परिसंचरण से तटीय तमिलनाडु से होते हुए दक्षिण आंध्र प्रदेश तट तक फैली हुई है। राजस्थान और आसपास के इलाकों में एक चक्रवाती हवा का क्षेत्र बना हुआ है।
अगले 24 घंटे के दौरान आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, गोवा, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र और लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। तेलंगाना, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में हल्की बारिश संभव है। गिलगित बाल्टिस्तान, लद्दाख, मुजफ्फराबाद और जम्मू-कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। ऊपरी इलाकों में छिटपुट हिमपात संभव है।
दिल्ली और एनसीआर में वायु प्रदूषण बेहद खराब श्रेणी में रह सकता है। पिछले 24 घंटे में केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। रायलसीमा, दक्षिण छत्तीसगढ़ और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश हुई। लक्षद्वीप और तेलंगाना, दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश हुई।