संजीत अपहरहण-हत्याकांड में सीबीआइ के बुलाने पर बर्रा थाने नहीं आ सके मामा
09 Feb
के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता।बर्रा के चर्चित संजीत अपहरण व हत्याकांड की जांच कर रही सीबीआइ टीम तीसरी बार मंगलवार को बर्रा थाने पहुंची। सीबीआइ के इंस्पेक्टर ने संजीत के पिता को फोन कर फिरौती की काल आने वाले मोबाइल के साथ उन्हें और संजीत के मामा को बुलाया, लेकिन मामा के शहर से बाहर होने के चलते वह नहीं गए। बुधवार को मोबाइल लेकर दोनों सीबीआइ टीम से मिलेंगे।
बर्रा-5 निवासी लैब टेक्नीशियन संजीत यादव के अपहरण और हत्या के मामले की सीबीआइ की लखनऊ यूनिट जांच कर रही है। 22 अक्टूबर 2021 को सीबीआइ ने नया मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी। 23 अक्टूबर को डिप्टी एसपी हरजीत सचान ने दो सदस्यीय टीम के साथ संजीत के घर, थाने और घटनास्थल का भौतिक सत्यापन किया था। इसके बाद स्वजन के बयान लेकर टीम वापस लौट गई थी।
पांच जनवरी को सीबीआइ दोबारा बर्रा थाने आई और उसके बाद संजीत के घर पहुंच कर पिता, मां व बहन के बयान दर्ज किए थे। मंगलवार पूर्वाह्न 11 बजे सीबीआइ की दो सदस्यीय टीम बर्रा थाने पहुंची। जहां से सीबीआइ इंस्पेक्टर ने संजीत के पिता को फोन कर उस मोबाइल को मांगा, जिस पर फिरौती की काल आई थी। जब संजीत के पिता चमनलाल ने बताया कि मोबाइल उनके साले पिंटू के पास है तो सीबीआइ ने.
पिंटू को मोबाइल के साथ लेकर आने को कहा। उन्होंने बताया, पिंटू अपने ननिहाल हमीरपुर गया है। बुधवार को वह उसे और मोबाइल को लेकर थाने आ जाएंगे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक सीबीआइ के ठहरने के लिए पहले बर्रा थाने में बने आवास में तैयारी चल रही थी। पुलिस लाइन से मेज, कुर्सी आदि सामान भी आया था, लेकिन गोपनीयता भंग होने की आशंका पर उन्होंने प्लान बदल दिया।
फिलहाल सीबीआइ बर्रा तीन स्थित एक होटल में ठहरी हुई है। सूत्रों के मुताबिक टीम करीब चार दिन रुककर अपनी जांच को आगे बढ़ाएगी। संजीत की बहन रुचि ने बताया कि अब लग रहा है कि भाई को जरूर न्याय मिलेगा। अगर सीबीआइ शुरू से ही जांच कर रही होती तो अब तक जांच पूरी हो जाती और आरोपितों को सजा भी मिल जाती। वो लोग इस तरह से खुलेआम न घूम रहे होते। रुचि ने कहा कि वह भाई के हत्यारों को कड़ी सजा दिलाकर ही रहेगी।