पत्रकार की हत्या में वांछित शातिर बदमाश बलवंत को एसटीएफ ने किया गिरफ्तार

के० एस० टी०,वाराणसी। एसटीएफ की वाराणसी इकाई ने मंगलवार को गाजीपुर जिला के पत्रकार राजेश मिश्रा की हत्या में वांछित 25 हजार इनामी व टॉप-10 पुरस्कार घोषित शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार शातिर बदमाश बलवंत उर्फ पंकज निवासी मैनपुर थाना करंडा, जिला गाजीपुर का निवासी। बीते दिनों एसटीएफ की मुठभेड़ में मारे गए अपराधी राजेश दूबे उर्फ टुन्ना गैंग से जुड़ा हुआ था।

एसटीएफ सिगरा स्टेडियम के पीछे नगर निगम पावर हाऊस के पास से गिरफ्तार किया गया। उसके पास से तमंचा, कारतूस व मोबाइल बरामद किया गया है। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वर्ष 2016 में गांव के ही एक लड़के से विवाद हो गया था, जिस पर उसने अपने साथियों के साथ मिलकर मारने की नियत से गोली चला दी थी पर वह बच गया, इसमें वह हाजिर होकर जेल चला गया।

इसी दौरान जेल में उसकी मुलाकात राजेश दूबे उर्फ टुन्ना से हुई, जिसके साथ मिलकर अपराध करने लगा। इसके कुछ दिनों बाद ही वह अपने साथी प्रदीप मिश्रा व आनंद दुबे (राजेश दुबे उर्फ टुन्ना का भाई) के साथ जा रह रहा था कि करंडा पुलिस के साथ मुठभेड हो गई। इस दौरान आनंद दुबे फरार हो गया और वो दोनों गिरफ्तार होकर जेल चले गए। इसी दौरान जेल में निरूद्ध राजेश दुबे उर्फ टुन्ना ने अपने जेल से फरार होने की योजना बनाई।

जेल से जमानत पर छूटने के बाद जेल में बंद चल रहे टुन्ना को उसकी योजना के अनुसार न्यायालय में पेशी के दौरान 29 अगस्त वर्ष 2017 को पुलिस अभिरक्षा से छुड़ा ले गए। 21 अक्टूबर 2017 को राजेश दुबे उर्फ टुन्ना व उसने अपने साथियों के साथ मिलकर गाजीपुर के एक पत्रकार राजेश मिश्रा की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई।

इस घटना में पत्रकार राजेश मिश्रा का भाई भी गंभीर रूप से घायल हो गया था। घटना को राजेश मिश्रा के विरोधी प्रदीप मिश्रा के कहने पर अंजाम दिया गया था। 17 जून 2019 को सुबह करीब साढ़े सात बजे जनपद प्रयागराज के थाना झूसी क्षेत्र के चक हरिहरवन चौराहा के पास पूर्व जिला पंचायत सदस्य अशोक यादव अपने भाई राजकुमार के साथ गाड़ी से क्षेत्र पंचायत सदस्यों से मिलने के लिए.

जाते समय इनके ऊपर उसने अपने साथियों के साथ मिलकर कारबाइन तथा पिस्टल से अंधाधंध फायङ्क्षरग करते हुए पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी थी। उल्लेखनीय है कि इस घटना से झूसी सहित जनपद प्रयागराज में दहशत व्याप्त हो गया था। इस हमले में अशोक यादव का गनर गंभीर रूप से घायल हो गया था तथा अशोक यादव बाल-बाल बच गया था। अशोक यादव को मारने के लिए 50 हजार रुपये एडवांस के रूप में हम लोगों को मिला था।

21 अक्टूबर 2017 शनिवार सुबह पत्रकार राजेश मिश्रा अपने छोटे भाई अनितेश मिश्रा के साथ गांव में ही अपनी दुकान पर बैठे थे। उसी समय दो बाइक पर चार अज्ञात बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायङ्क्षरग शुरू कर दी। वहीं अचानक हुई फायङ्क्षरग में पत्रकार राजेश मिश्रा की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनके भाई अनितेश गंभीर रूप से घायल हो गए।

राजेश मिश्रा की हत्या से आक्रोशित युवकों ने जिला अस्पताल के पास हंगामा शुरू कर दिया। मिश्रबाजार की दुकानों को जबरदस्ती बंद कराने को लेकर दुकानदारों से हुई झड़प भी हुई। फिलहाल पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। इलाके में तनाव को देखते हुए भारी तादाद में पुलिस बल कई दिनों के लिए तैनात कर दिया गया था।

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