“कोरोना मुक्ति” का सार्टिफिकेट मात्र हजार रुपइया में!
05 Sep
–पतारा के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ने कोरोना मुक्त कर दिया मृत व्यक्ति को
–जबकि उसका दूर-दूर से पतारा से कोई वास्ता ही नहीं
–कानपुर स्टार टाइम का सक्सेसफुल स्ट्रिंग ऑप्रेशन
–सी० एम० ओं० ने जांच सौंपी मामले में लिप्त चिकित्सा अधिक्षक को
के० एस० टी०, कानपुर नगर। कोविड-19 के योद्धाओं में शुमार चिकित्सकों का यह रूप देखकर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री हिले बिना नहीं रह सकते। जिन्होंने अपने पेशे को न सिर्फ पैसे के लिए कंलकित किया बल्कि हसरत भरी नजरों से देखने वाली जनता के साथ खिलवाड़ भी किया है। यह वाक्या कहीं और का नहीं घाटमपुर थाना क्षेत्र के पतारा समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का है।
जहां के चिकित्सा अधिक्षक डॉक्टर नीरज सचान की सरपरश्ती में कोरोना मुक्त कोविड-19 टेस्टिंग रिपोर्ट निगेटिव की प्रमाण पत्र बांटे जा रहे हैं। जिसमें जांच के लिए व्यक्ति की आवश्यकता नहीं होती। उसका “कोरोना मुक्त” का कोविड-19 टेस्टिंग रिपोर्ट निगेटिव प्रमाण पत्र उसका रिश्तेदार दोस्त कोई भी प्राप्त कर सकता है। बशर्ते उसकी जेब में जांचकर्ता डॉक्टर को देने के लिए हजार रुपये जेब में होने चाहिए।
इस तरह का खुलाशा कानपुर स्टार टाइम की टीम ने पिछले दिनों सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पतारा, कानपुर नगर के स्टिंग ऑपरेशन में किया। इस ऑप्रेशन में कैद वीडियो में एक दिन पूर्व मृत शास्त्री नगर के 98 वर्षीय वृद्ध प्रेम सिंह का दूसरे दिन 21 अगस्त को कोविड-19 टेस्टिंग रिपोर्ट निगेटिव जारी किये गये कोरोना मुक्त सर्टिफिकेट देने के साथ ही.
जांच करता संविदा कर्मी फार्मेसिस्ट अमित सचान दावे कर रहा है कि उसने एक रक्षा संस्थान ही नहीं न जाने कितनों को बिना देखे कोरोना मुक्त सर्टिफिकेट उपलब्ध करा दिया है। इस मामले में शहर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से शिकायत की गई तो हास्यप्रद बात यह रही कि इस मामले की जांच उसी समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के.
चिकित्सा अधिक्षक डॉ नीरज सचान को सौंप दी गई। जिनकी सरपरश्ती में यह सब खेल-खेला जा रहा है। ऐसी सूरत में ऐसा लगता है कि इस तरह के तार मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से भी जुड़े हैं। जिसमें कोई अन्य लुफ्त है। इस मामले से जुड़े निरंतर खुलाशे पढ़िये कानपुर स्टार टाइम के अगले अंकों में:-