त्योहारों पर जाम रोकने के सारे बंदोबस्त
◆ कालपी रोड, जी०टी० रोड पर अवैध बस व अन्य स्टैंडों की जिम्मेदारी पी०डब्लू०डी०, नगर निगम की
◆ नो इंट्री में भारी वाहनों के सख्ती से रोके जाने के निर्देश
◆ त्योहारों पर सट कर न चले कोविड-19 की नियमावली बाहर निकलते ही ग्रहण करें
◆ यातायात नियमों का अनुशरण करें ,जीवन का अभिन्न अंग
यातायात माह पर विशेष
के० एस० टी०,कानपुर नगर। उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों में शुमार कानपुर महानगर में आम जनजीवन की प्रमुख रोजाना की ज्वलंत समस्याओं में जाम एक बड़ी समस्या बन चुका है यातायात पुलिस की बात आते ही जाम उसकी दुखती रंग में हाथ रख देने के सिवा कुछ और है ही नहीं.
जबकि हाल ही के वर्षों में पुलिस विभाग के कानपुर में ए०डी०जी० जैसे बड़े ओहदे पर बैठे अफसर प्रेम प्रकाश वर्तमान आई०जी० मोहित अग्रवाल लॉक डाउन से पूर्व तत्कालीन जिलाधिकारी शहर की एक समय से कोढ़ सी समस्या बन चुके जाम के उपचार की औषधि खोदते खोदते सड़क तक में उतर चुके हैं किसी ने इसका जिम्मेदार प्रमुख सड़कों.
चौराहों पर किए गए अतिक्रमण के खिलाफ शिकंजा कसा तो किसी ने बड़े वाहनों तो किसी ने यातायात नियमों से आम जनमानस की अनभिज्ञता तो किसी ने अवैध वसूली पर ठीकरा फोड़ा किन्तु शहर की यह प्रमुख समस्या टस से मस नहीं हुई पूर्व की अखिलेश सरकार से शुरू हुए ऑटोमेटिक सिग्नल वाले चौराहे भी इस शहर में प्रभाव नहीं छोड़ सके हैं।
हालांकि लॉकडाउन के बाद फिर से यातायात की दृष्टि सामान्य हो रहे शहर के यातायात विभाग के लिए एक के बाद एक चल निकले त्योहारों में शहर के ट्रैफिक को सुचारू रूप से चलाना एक ट्रॉपिकल काम हो चुका है। इससे निपटने के लिए यातायात पुलिस की ओर से क्या प्लानिंग पूर्व से ही तैयार की जा रही है।
इस बाबत कानपुर स्टार टाइम की टीम ने यातायात पुलिस अधीक्षक बसंत लाल से बातचीत के दौरान उन्होंने खुद माना कि आम शाहरियों के अंदर यातायात नियमों की जानकारियों का बहुत बड़ा अभाव है हालांकि चौराहे पर खड़े यातायात सिपाही से लेकर यातायात नियमों की.
आम नागरिक को जानकारी देने के लिए अफसर तक जन जागरूकता अभियान चलाते रहते हैं जिससे जागरूकता आ रही है किन्तु बड़ी आबादी व वाहनों के चलते या अभियान उतना सफल नहीं है।
पेश है
यातायात पुलिस अधीक्षक बसंत लाल से विशेष बातचीत
प्र०:- किस बैच के हैं?
उ०:- 1993 बैच का हूं।
प्र०:- कहां कहां रहे?
उ०:- इटावा , मुजफ्फरनगर अन्य जिले और अभी मुरादाबाद से आया हूँ।
प्र०:- ट्रैफिक समस्या अन्य शहरों के मुकाबले में कैसी है।
उ०:- कमोवेश कानपुर में लोग यातायात उसमें चाहे निजी वाहन वाले हो सवारी वाहनों उनके चालको में एवर्नेस की बड़ी कमी है जबकि घर की चौखट से बाहर निकलते ही यातायात नियमों के प्रति सावधानी बरतना जीवन का अनिवार्य अंग है उसमें चाहे दो पहिया या चार पहिया चालक हो।
प्र०:- आम जन जीवन में यातायात नियम के प्रति लोग आ सावधान ना रहें इसके लिए आपका विभाग क्या कर रहा है ?
उ०:- चौराहे चौराहे पर यातायात नियमों का परीक्षण यातायात विभाग का सिपाही व अन्य देते हैं स्कूल में कैंप लगाए जाते हैं रैलियां निकली हैं यातायात माह चलाकर प्रशिक्षण किया जाता है जिसमें लिकटेचर भी दिया जाता है।
प्र०:- शहर में एक समय से जाम बहुत बड़ी समस्या आम जीवन में है?
उ०:- जाम की समस्या के प्रमुख रूप से दो बड़े कारण हैं पहला सड़के लोड वाहनों के अनुरूप नहीं है जगह-जगह गड्ढे हैं जिसको लेकर संबंधित विभागों के साथ बैठक करके उन्हें इस तथ्य से अवगत भी कराया गया है जहां से आश्वासन भी सड़कों में पैचवर्क भी हुआ है जिसमें कुछ जगह पर पैचवर्क भी किया गया है इसके अलावा यातायात नियमों की अनदेखी करके काम निकालना जगह-जगह अतिक्रमण जाम का कारण बने हुए हैं।
प्र०:- इन टूटी सड़कों में किस किस विभाग से संपर्क हुआ ?
उ०:- पीडब्ल्यूडी स्मार्ट सिटी मेट्रो परियोजना में कार्य कर रहे हैं अफसरों से बैठक करके खुद ही सड़कों पर तत्काल काम के लिए कह चुका हूँ इसके अलावा अपने विभाग के अधीनस्थ की दिक्कतें सुनकर उन्हें अनुशासित रूप से काम करने के लिए कह चुका हूं।
प्र०:- जाम की समस्या को लेकर हर एसपी ने अपने प्रयोग किए आप क्या नया प्रयोग करने वाले हैं ?
उ०:- मैं सिर्फ काम करने पर विश्वास करता हूं काम होगा तो निश्चित तौर पर बदलाव देखने को मिलेगा मेहनत होगी तो सुधार की गुंजाइश भी बनेगी।
प्र०:- राष्ट्रीय राजमार्गों को जोड़ने वाले कालपी रोड , जीटी रोड पर निजी टूरिस्ट बसों या अन्य बड़े वाहनों के अघोषित स्टैंड बनने से यातायात बाधित होता है या नहीं ?
उ०:- स्टैंडो की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी ,नगर निगम की है हमारे यातायात में अगर यह वाहन बाधा पहुचाते हैं तो हम उनके चालान करते हैं हमारा काम यातायात को सुचारू रूप से व्यवस्थित करना है जो हम कर रहे हैं सड़कों में वाहन खड़े रहते हैं इसके जिम्मेदारी हमारे विभाग की नहीं है हां अगर पीडब्ल्यूडी या अन्य विभाग कालपी रोड , जीटी रोड खाली करवाते हैं तो हमारा विभाग उनका सहयोग करेगा।
प्र०:- नोइंट्री में भारी वाहनों के प्रवेश की शिकायतें नहीं आती हैं क्या ?
उ०:- आती है जिन पर जांच कराकर उनके प्रवेश पर कढ़ाई पूर्वक रोक लगाई जाती है।
प्र०:- त्योहारों का समय शुरू हो चुका है ऐसे में यातायात को सुचारू रूप से चलाने के लिए क्या रणनीति बना रहे हैं?
उ०:- निसंदेह त्यौहार हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है किंतु कोविड-19 की महामारी में 15 नवंबर से 15 दिसंबर तक दूसरा फेस शुरू हो सकता है ऐसे में सोशल डिस्टेंस , मास्क अनिवार्यता से लगाएं बाहर जाने व बाहर से आने पर साबुन से अच्छी तरह हाथ मुंह धोकर सेनीटाइजर करें जनता में जागरूकता बनी रहे यही हमारी त्यौहार पर अपील के साथ शुभकामनाएं भी हैं।
रिपोर्टर:- राजीव तिवारी & नागेन्द्र प्रजापति