बिजली चोरी पर रोक को ट्रांसफार्मर पर लगाए जा रहे मीटर

के० एस० टी०,गाजीपुर संवाददाता। बिजली चोरी पर रोक लगाने के लिए महकमे ने नया तरीका निकाला है। विभाग की ओर से ट्रांसफार्मर से निकलने वाली बिजली को नापने के लिए मीटर लगाए जा रहे हैं। जिले में सभी ट्रांसफार्मर पर एक-एक मीटर लगाए जाएंगे जो उससे जाने वाली बिजली की जानकारी विभागीय अधिकारियों को देगा।

ग्रामीण क्षेत्रों खासकर मुहम्मदाबाद तहसील क्षेत्र में मीटर लगाने का काम तेज गति से चल रहा है। इसके बाद शहरी क्षेत्रों में भी जल्द इसकी शुरुआत होगी। इन मीटरों का उपयोग ट्रांसफार्मर की पावर सप्लाई को मापने में किया जाएगा, ताकि संबंधित ट्रांसफार्मर से चल रहे कनेक्शनों का पता चल सके। मीटर से ओवरलोड का पता चल जाएगा।

मीटरों का सही तरह से प्रयोग हो तो इससे उपभोक्ताओं को फायदा होगा। अतिरिक्त लाइन लोस कम होगा, वहीं उपभोक्ताओं को अघोषित कटौती से मुक्ति मिलेगी। ट्रांसफार्मर में लगे मीटर की जांच करने पर अधिकारियों को पता चल जाएगा कि किस एरिया में ट्रांसफार्मर पर लगे कनेक्शनों की खपत कितनी है। अगर किसी ट्रांसफार्मर से अवैध कनेक्शन चलाए जा रहे हैं.

तो इसकी जानकारी मीटर दे देगा। मीटर से यह भी पता चल जाएगा कि कितने लोड का कनेक्शन दिया गया है और कितनी बिजली चोरी हो रही है। ओवरलोड ट्रांसफार्मरों से जुड़े क्षेत्रों का पता चलते ही अधिकारियों की टीम बिजली चोरों पर कार्रवाई करेगी।

वर्ष 2008 में लगे थे मीटर-: इससे पहले वर्ष 2008 में भी कई जगहों पर मीटर लगे थे। हालांकि वह प्रयोग सफल नहीं हो सका था। कारण उस समय सभी ट्रांसफार्मरों पर मीटर नहीं लग पाए थे। इसके बाद कुछ ट्रांसफार्मर जल गए तो कुछ की क्षमता बढ़ गई। सभी मीटर सही तरह से प्रयोग में नहीं आए और ज्यादातर मीटर खराब हो गए।

उस समय यह शहरी इलाकों में था, लेकिन अबकी शुरुआत गांवों से हुई है। ट्रांसफार्मर पर मीटर लगाने का काम शुरू हो चुका है। पहले यह ग्रामीण क्षेत्रों में हो रहा है। इसके बाद शहरी क्षेत्रों में भी जल्द इसे शुरू कर किया जाएगा। -शिवम राय, सदर एसडीओ।

मीटर के काम, ट्रांसफार्मर की क्षमता बताता है मीटर। फीडर से कितनी सप्लाई प्राप्त की। ट्रांसफार्मर से जुड़े वैध कनेक्शनों में कितनी खपत हुई। अवैध कनेक्शनों के रूप में कितनी बिजली चोरी हुई। ट्रांसफार्मर कितना ओवरलोड चल रहा है। कितना लाइन लास हुआ।

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