के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता। जीएसवीएम मेडिकल कालेज में सबकुछ ठीक रहा तो दो माह में 12 सुपरस्पेशियलिटी विधाओं में ओपीडी की सुविधा का लाभ शहर वासियों समेत आसपास के 10-12 जिलों की जनता को मिलने लगेगा। केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से मल्टी सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है।
शासन ने इस ब्लाक में दो माह के अंदर बिजली व पानी की सुविधा प्रदान करने का भी निर्देश दिया है। वहीं, कालेज प्रशासन ने 60 सुपर स्पेशियलिस्टों की तैनाती का प्रस्ताव शासन को भेजा है। प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत जीएसवीएम मेडिकल कालेज को अपग्रेड कर एम्स स्तरीय चिकित्सकीय सुविधाएं मुहैया कराने की तैयारी है।
इसके तहत 200 करोड़ रुपये से सात मंजिला 240 बेड का सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ तैयार किया गया है। यहां उपकरण एवं अन्य सामान भी लगाए जा रहे हैं। हालांकि बिजली एवं पानी न होने से दिक्कत आ रही है। हाल में केंद्र सरकार ने यहां के प्रोजेक्ट मैनेजर अनुराग पांडेय को दिल्ली बुलाया था।
उनसे इस ब्लाक के पूरा होने में आने वाली अड़चनों की जानकारी ली। साथ ही उन्हें 100 दिनों में पूरी तरह तैयार करने का निर्देश दिया है। केंद्र ने राज्य सरकार को भी जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं। शासन ने भी मेडिकल कालेज प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है। जिला प्रशासन को बिजली एवं पानी की सुविधा मुहैया कराने का निर्देश दिया है।
इन विभागों की चलेगी ओपीडी-: एंडोक्राइनोलाजी (हार्मोंस, थायराइड व मधुमेह से संबंधित), नेफरोलाजी (गुर्दा रोग), यूरोलाजी (मूत्र रोग), पेन एवं पैलिएटिव मैनेजमेंट, आर्थोप्लास्टी, गैस्ट्रो मेडिसिन (पेट से संबंधित), न्यूरो सर्जरी, न्यूरोलाजी, फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन (पीएमआर), पीडियाट्रिक सर्जरी, गैस्ट्रो सर्जरी।
प्रत्येक विभाग में पांच-पांच फैकल्टी-: मेडिकल कालेज के इन 12 सुपर स्पेशियलिटी विभाग में 60 सुपर स्पेशलिस्टों की तैनाती होगी। प्रत्येक विभाग में पांच-पांच फैकल्टी होगी, उसमें एक प्रोफेसर, एक एसोसिएट प्रोफेसर, एक असिस्टेंट प्रोफेसर, एक सीनियर रेजीडेंट और एक रेजीडेंट होगा।