आजमगढ़ के चीनी मिल परिसर में बहाया जा रहा गंदा पानी

के० एस० टी०,आजमगढ़ संवाददाता। सठियांव चीनी मिल की असवानी इकाई मिल परिसर के साथ आसपास के लोगों की परेशानी का कारण बन गई है। इससे बड़ी मक्खियों का प्रजनन बढ़ गया है और उससे बचने के लिए लोग रात के साथ दिन में भी मच्छरदानी का प्रयोग करने के लिए मजबूर हो रहे हैं। आसपास के इलाकों तक मक्खियों का प्रकोप होने के कारण खानपान की दुकानों पर ग्राहकों ने आना कम कर दिया है।

पहले यह पानी आसपास के खेतों में खड़ी फसलों के लिए जहरीला साबित होता था, लेकिन अब मक्खियों की उत्पत्ति से सबके लिए परेशानी का कारण बन रहा है। चाय पीते समय कप में मक्खियों के गिरने से लोग एक हाथ से कप को ढककर चाय पी रहे हैं। चीनी मिल की असवानी इकाई से निकलने वाले गंदे पानी को शुद्ध करने के लिए कोई प्लांट नहीं लगा है। मिल सठियांव में इस तरह का.

प्लांट न होने से प्रदूषित पानी किसानों की फसलों के लिए हानिकारक साबित हो रहा था। अब मिल ग्राउंड में प्रदूषित पानी भरा होने से मक्खियों का प्रकोप बढ़ गया है। इससे सठियांव, अबाड़ी, असोना, हरैया, सुराई, चकतगे, कोढ़वा सहित दर्जन भर गांव के लोग परेशान हैं।

 

 

 

 

 

 

 

वर्जन:- मक्खियां मिठाई पर बैठती हैं, जिससे मिठाई भी प्रदूषित हो जाती है। इससे ग्राहकों ने मिठाई खरीदना बंद कर दिया है। ग्राहक कम हो गए हैं।
– राहुल मोदनवाल, सठियांव।

 

 

 

 

 

 

 

 

मक्खियों के डर से अब दिन में ही मच्छरदानी का उपयोग करना पड़ता है। सरकार इससे निजात दिलाने के कोई कारगर कदम नहीं उठा रही है।
– अमरनाथ यादव, सुराई।

ग्राहकों को मक्खियों का सामना करना पड़ता है, जिससे दुकानदरी प्रभावित होती है।
– रामजनम, सठियांव।

अब तक जो लोग असवानी इकाई का संचालन कर रहे थे।उन्होंने सिस्टम से काम नहीं किया। अब हम पानी को ब्वायलर में जलाएंगे।अभी मेरी सिसोदिया कंपनी ने हाल में असवानी इकाई के संचालन की जिम्मेदारी ली है। इस तरह का मामला संज्ञान में नहीं था।

– अतुल सिंह, डिस्टिलरी मैनेजर।

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