आजमगढ़ में बढ़ने के बाद घटने लगा सरयू नदी का जलस्तर

के० एस० टी०,आजमगढ़ संवाददाता। लखीमपुर के तीन बैराज से गुरुवार को छोड़े गए पानी का असर शनिवार को कम होेने लगा है। जलस्तर में 16 सेंटीमीटर की कमी दर्ज की गई, लेकिन डिघिया नाला गेज के समीप जलस्तर अभी भी खतरा निशान के करीब है। बांका और बूढ़नपट्टी के बीच की पुलिया डूबने से एक दर्जन गांवों के लोगों को आवागमन के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है। सगड़ी तहसील के.

उत्तरी छोर पर बहने वाली सरयू नदी का जलस्तर कम होने से बाढ़ का खतरा तो टल गया है, लेकिन तीन स्थानाें पर कटान जारी रहने से तटवर्ती गांव के लोगाें की बेचैनी बनी हुई है। लखीमपुर के गिरजा बैराज से 117776, शारदा बैराज से 25352 तथा सरयू बैराज से 12818 यानी गुरुवार को कुल 155946 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण शुक्रवार को नदी का जलस्तर खतरा निशान से 13 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया था।

शनिवार को जलस्तर कम होने के बाद भी गांगेपुर परसिया, उर्दिहा, बगहवा में कटान जारी रही। रिंग बांध के पास कटान के कारण ग्रामीणों की चिंता बरकरार है। कारण कि रिंग बांध को नुकसान पहुंचा, तो कई गांव जलमग्न हो जाएंगे। रिंग बांध को बचाने के लिए साल भर पहले शुरू हुआ तीन ठोकरों का निर्माण आज तक पूरा नहीं हो सका है। देवारा क्षेत्र में बहने वाली सरयू नदी की लहरें प्रतिवर्ष तबाही मचाती हैं।

पिछले वर्ष आई बाढ़ में जबरदस्त कटान से सैकड़ों एकड़ जमीन नदी की धारा में विलीन हो गई थी, तो फसलें भी बर्बाद हुई थीं। डिघिया नाला गेज स्थल पर शुक्रवार को 70.53 मीटर जलस्तर रिकार्ड किया गया था, जो 16 सेंटी मीटर घटकर शनिवार को 70.37 मीटर पर आ गया। डिघिया नाले पर खतरा बिंदु 70.40 मीटर है। वहीं बदरहुआ नाला गेज स्थल पर शुक्रवार को 71.14 मीटर जलस्तर रिकार्ड किया गया था, जो चार सेंटीमीटर घटकर शनिवार को 71.00 मीटर पर पहुंच गया। बदरहुआ नाले पर खतरा बिंदु 71.68 मीटर है।

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