के० एस० टी०,नई दिल्ली संवाददाता। नोएडा के फेज तीन कोतवाली क्षेत्र स्थित क्लियो काउंटी सोसायटी में महिला द्वारा घरेलू सहायिका को बंधक बनाकर मारपीट करने का मामला सामने आया है। आरोपित महिला अधिवक्ता बताई जा रही है। घरेलू सहायिका के पिता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपित महिला के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच प्रारंभ कर दी गई है। आरोप है कि अनुबंध पूरा होने के बाद भी महिला अधिवक्ता घरेलू सहायिका से मारपीट करती थी और घर के सारे काम भी करा रही थी। सहायिका की पिटाई की जानकारी मिलने के बाद सोसायटी के ही एक व्यक्ति ने उसके पिता को इसकी जानकारी दी। घरेलू सहायिका के पिता पदम इसके बाद नोएडा पहुंच गए और मामले की शिकायत कोतवाली पुलिस से की। महिला अधिवक्ता ने पदम को भी धमकी दी। घरेलू सहायिका का मेडिकल कराया गया है।
मारपीट कर जबरदस्ती कराया जा रहा था काम-: पुलिस को दी शिकायत में मथुरा के पदम ने बताया कि उनकी 20 साल की बेटी अनीता नोएडा के क्लियो काउंटी सोसायटी की सैफाली कौल के यहां छह माह के अनुबंध के तहत काम करती थी। 31 अक्टूबर को अनुबंध समाप्त हो गया। अनीता ने जब घर जाने की बात कही तो आरोप है कि महिला उसके साथ मारपीट करने लगी। अनीता से मारपीट कर जबरदस्ती काम कराया जा रहा था। दो दिन पहले सैफाली ने जब अनीता की पिटाई की तो वह लिफ्ट से भागने लगी। आरोप है कि लिफ्ट में भी उसे पीटा गया। मामले की जानकारी होने के बाद अनीता के पिता ने आरोपित महिला से बेटी को घर भेजने को कहा तो सैफाली ने मना कर दिया।
केस दर्ज होने के बाद सैफाली घरेलू सहायिका को लेकर कोतवाली आई और उन्हें स्वजन के सुपुर्द कर दिया। अनीता के शरीर पर चोट के निशान हैं। फ्लैट से रस्सी के सहारे उतरकर घरेलू सहायिका ने पूर्व में भागने का प्रयास किया था, लेकिन सफलता नहीं मिली। पूर्व में भी सोसायटी में महिलाओं द्वारा सिक्योरिटी गार्ड की पिटाई करने का मामला सामने आ चुका है। क्लियो काउंटी कोतवाली क्षेत्र की सुरक्षित और हाइटेक सोसायटी मानी जाती है। इंटरनेट मीडिया के विविध प्लेटफार्म पर भी यूजर ने महिला के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग संबंधित कोतवाली पुलिस से की है।
लड्डू खाने पर पीटा-: पीड़िता ने बताया कि दो दिन पहले उसने घर में रखा लड्डू बिना पूछे खा लिया तो महिला ने उसकी पिटाई कर दी। अनीता ने जितनी बार भागने का प्रयास किया,उसकी पिटाई की गई। एडिशनल डीसीपी साद मियां खां ने बताया कि अनीता के शरीर पर कई जगह चोट के निशान हैं। ऐसे में ऐसा लग रहा है कि उसे कई प्रकार की यातनाएं दी गई हैं। अभी हालांकि मारपीट का केस महिला के खिलाफ दर्ज किया गया है। मेडिकल रिपोर्ट आने पर धाराएं बढ़ाई जा सकती हैं। घटना के बाद से अनीता डरी और सहमी हैं। जांच में सामने आया है कि आरोपित महिला ने सोसायटी के एप पर घरेलू सहायिका का नाम दर्ज नहीं करवाया था।