के० एस० टी०,कानपुर नगर। शहर के चर्चित किडनी कांड में छह आरोपित अभी पुलिस की पकड़ से दूर हैं, जिनमें अंग प्रत्यारोपण गिरोह का मास्टरमाइंड कथित डॉ. केतन कौशिक भी शामिल है। एसआइटी और थाना पुलिस इसका सुराग नहीं लगा सकीं।
उस तक पहुंचने के लिए पुलिस जेल से छूटे उसके करीबी गौरव का सुराग तलाश रही है। शहर के आरोपित कर्रही निवासी संजय पाल का भी सुराग तलाशा जा रहा है। इसके लिए पुलिस ने एक पुराने गवाह से संपर्क किया है।
किडनी कांड में एसआइटी ने कुल 18 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। केतन और संजय समेत छह की तलाश अब तक है। कथित डॉक्टर केतन कौशिक का कनेक्शन दिल्ली और चंडीगढ़ के अलावा श्रीलंका और चाइना में भी हैं।
उसने दिल्ली के अस्पतालों के आसपास मेडिकल स्टोर में अपना जाल फैला रखा है। फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने और डॉक्टरों जैसे रहन-सहन वाला केतन मेडिकल स्टोर में आने वाले तीमारदारों से संपर्क करता था।
डोनर उपलब्ध कराने से लेकर ऑपरेशन तक की जिम्मेदारी लेने के बाद कमीशन मेडिकल स्टोर वाले को मिलता था। गिरोह में इस कथित डॉक्टर के साथ उसका शागिर्द टी-राजकुमार राव भी था। दोनों मरीज और डोनर तैयार करने का काम करते थे।
कड़कड़डूमा मेट्रो स्टेशन था पुराना ठिकाना
कथित डॉक्टर ने मरीज, डोनर और गैंग के सदस्यों से मुलाकात का ठिकाना दिल्ली के कड़कड़डूमा स्टेशन को बना रखा था। यहीं पर वह सभी से मुलाकात करता था। दिल्ली में वह कहां रहता था,गिरोह के किसी भी सदस्य को जानकारी नहीं थी।
डोनर मुहैया कराने वालों में गौरव उसका करीबी बताया जा रहा था। बर्रा पुलिस अब जमानत पर छूटे गौरव का सुराग तलाश रही है। माना जा रहा है कि जेल से छूटने के बाद फिर से उसने अपने पुराने काम की ओर रुख किया होगा।
वादी के परिवार से भी मिलेगी पुलिस
किडनी कांड की वादी साकेत नगर निवासी संगीता की मौत हो चुकी है। फरार आरोपितों में कई के घर और पते की जानकारी पुलिस को नहीं है। इसके लिए पुलिस एक बार फिर से वादी के परिवार से मिलकर जानकारी जुटाने के प्रयास करेगी।