जल्द कानपुर में 101 किलोमीटर की होगी आउटर रिंग रोड

के० एस० टी०,कानपुर संवाददाता। शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए आउटर रिंग रोड के प्रोजेक्ट को अब पंख लग गए हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) मुख्यालय की टीम ने शनिवार को मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर के साथ मंधना और सचेंडी में रिंग रोड के अलाइनमेंट को देखा। प्राधिकरण के कंसलटेंट ने मंडलायुक्त शिविर कार्यालय में आयोजित बैठक में रिंग रोड के दो अलाइनमेंट का प्रस्तुतीकरण भी किया।

हालांकि टीम और मंडलायुक्त के बीच 105 किलोमीटर की जगह 101.20 किलोमीटर का रिंग रोड बनाने पर सहमति बनी है। अब अगले हफ्ते एनएचएआइ मुख्यालय में होने वाली बैठक में इस पर मुहर लगेगी। पिछले 10 वर्षों से रिंग रोड की स्थापना को लेकर प्रयास हो रहा है, लेकिन यह सिर्फ बैठकों तक ही सिमटा रहा। दैनिक जागरण ने अधूरे ख्वाब मुहिम शुरू की तो इसका असर दिखा और अब यह प्रोजेक्ट मूर्त रूप लेने जा रहा है।

ङ्क्षरग रोड की बाधाओं को दूर करने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग एवं सड़क परिवहन मंत्रालय के संयुक्त सचिव अमित घोष और मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर ने पिछले दिनों वर्चुअल मीटिंग की थी। इसके बाद प्राधिकरण की टीम शनिवार को शहर आई और अलाइनमेंट तय करने के लिए सचेंडी, भौंती, मंधना जाकर निरीक्षण किया। बैठक में मंडलायुक्त ने कहा कि शहर को जाम से मुक्त करने के लिए ङ्क्षरग रोड बहुत ही जरूरी है।

हमें पहले मंधना से भौंती या मंधना से सचेंडी के बीच बाईपास का निर्माण करना चाहिए और फिर बाईपास ङ्क्षरग रोड में शामिल करना चाहिए। एनएचएआइ के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित ने भी मंडलायुक्त के सुझाव पर सहमति जताई। तय किया गया कि मंधना से भौंती की जगह मंधना से सचेंडी तक बाईपास बनाया जाए। इससे आबादी के बीच यह मार्ग नहीं होगा और भूमि लेने में भी दिक्कत नहीं आएगी।

अब्दुल बासित ने निरीक्षण के दौरान मंडलायुक्त से कहा कि चूंकि भौंती अब केडीए के मास्टर प्लान के अंदर है, ऐसे में भौंती से ङ्क्षरग रोड गुजरना उचित नहीं रहेगा। हमें आबादी से इसे दूर रखना है ताकि प्रोजेक्ट की लागत भी न बढ़े। बैठक और निरीक्षण में प्राधिकरण के परियोजना अफसर देवकीनंदन, केडीए के उपाध्यक्ष राकेश ङ्क्षसह, मुख्य अभियंता चक्रेश जैन, एडीएम वित्त वीरेंद्र पांडेय, एडीएम भू अध्याप्ति पीके शुक्ला मौजूद रहे।

इसलिए घटाई गई लंबाई

साई कंसलटेंट ने पहले 104. 97 किलोमीटर लंबी आउटर ङ्क्षरग रोड के प्रोजेक्ट का प्रस्तुतीकरण किया। चूंकि इस अलाइनमेंट के मुताबिक ङ्क्षरग रोड मंधना और भौंती के पास आबादी से गुजरती तो इसे खारिज कर दिया गया। कहा गया कि इससे मुआवजा ज्यादा देना होगा और प्रोजेक्ट की लागत बढ़ेगी। मंधना से आगे रामा मेडिकल कॉलेज के पास से प्रस्तावित अलाइनमेंट पर सहमति बनी। मेडिकल कॉलेज के पास से शुरू होकर रिंग रोड सचेंडी होते हुए आगे बढ़ेगी। यह ङ्क्षरग रोड 101.20 किलोमीटर की होगी। इसमें मकान भी कम तोडऩे होंगे।

ट्रांसगंगा सिटी के समीप से गुजरेगी रिंग रोड

ट्रांसगंगा सिटी के समीप से होकर गुजरेगी ताकि इसका लाभ वहां के निवेशकों को भी मिले। इसका अलाइनमेंट में ख्याल रखा गया है। केडीए के मुख्य अभियंता ने कहा कि आजाद मार्ग उन्नाव के पास से होकर प्रस्तावित अलाइनमेंट का मुआयना कर लिया जाए और यह देख लिया जाए कि वह कितना उपयुक्त है। उनके सुझाव के अनुरूप मौका मुआयना पर सहमति बनी।

27 को अलाइनमेंट को मिल सकती मंजूरी

मंडलायुक्त ने रिंग रोड और मंधना बाईपास की परियोजना को जल्द स्वीकृत करने पर बल दिया। क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित से कहा कि वह एक सप्ताह में पुन: एक टीम शहर भेजें जो दोबारा मौका मुआयना कर ले और फिर अलाइनमेंट को अंतिम रूप दे दिया जाए। औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना के बुलावे पर 27 दिसंबर को राष्ट्रीय राजमार्ग एवं सड़क परिवहन मंत्रालय के संयुक्त सचिव अमित घोष शहर आ रहे हैं।

सर्किट हाउस में सतीश महाना की ओर से आयोजित बैठक में वह हिस्सा लेंगे। ऐसे में 101.20 किलोमीटर के अलाइनमेंट को इस अवसर पर मंजूरी मिलने की उम्मीद है। मंडलायुक्त ने बताया कि जनवरी के प्रथम सप्ताह में एनएचएआइ के मुख्यालय नई दिल्ली में एक बैठक के लिए वह संयुक्त सचिव से अनुरोध करेंगे, जिसमेंं उनके साथ जिलाधिकारी और अन्य अधिकारी भी भाग लेंगे।

लखनऊ एक्सप्रेस-वे भी जुड़ेगा

मंडलायुक्त ने कहा कि ङ्क्षरग रोड को लखनऊ ङ्क्षरग रोड से जोडऩे की जरूरत है। एनएचएआइ के क्षेत्रीय अधिकारी ने कहा कि इस बात का प्रावधान अलाइनमेंट में कर लिया जाएगा।

यूपीडा के प्रोजेक्ट का भी परीक्षण

उच्च स्तरीय समग्र विकास समिति के समन्वयक नीरज श्रीवास्तव ने कहा कि साढ़ में यूपीडा डिफेंस कॉरिडोर की स्थापना कर रहा है। इस कॉरिडोर को प्रयागराज हाईवे से भी जोडऩे की संभावना तलाशी जा रही है। यदि ऐसा है तो हमें यूपीडा के अफसरों से संपर्क करना चाहिए। कॉरिडोर को ङ्क्षरग रोड का ज्यादा से ज्यादा लाभ मिले, यह हमें देखना चाहिए।

103 गांवों से होकर गुजरेगी रिंग रोड

608 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण करना होगा 04 लेन की रिंग रोड बनाने की है योजना

2878 करोड़ रुपये है निर्माण की अनुमानित लागत

02 पुल गंगा व तीन पांडु नदी पर प्रस्तावित

03 जगहों पर फ्लाईओवर बनाने होंगे

06 जगहों पर ओवरब्रिज की स्थापना

54 जगहों पर अंडरपास बनाने की तैयारी

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