मानसिक स्वास्थ्य संवर्द्धन का प्रमुख साधन संगीत

के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता। वर्ष 2020 के प्रारम्भ के साथ ही भारत में आए कोरोना काल ने आज भयानक रूप धारण कर लिया है। आज शायद ही कोई ऐसा परिवार हो जिसने किसी अपने को खोने का दंश न झेला हो। सरकारए चिकित्सक और हम सभी अपने.अपने स्तर पर शारीरिक स्वास्थ्य की रक्षार्थ कार्य कर रहे है।

परन्तु इस वायरस की भयानकता का प्रभाव यह है कि वायरस प्रत्यक्षतः शारीरिक स्वास्थ्य को क्षति पहुँचा रहा है तथा अप्रत्यक्षतः मानसिक स्वास्थ्य को भी क्षति पहुँचा रहा है। हम सभी का ध्यान शारीरिक स्वास्थ्य की तरफ है तथा मानसिक स्वास्थ्य की उपेक्षा के.

चलते कितने ही मरीजए उनके परिवारीजन अवसादए भग्नाशाए तनाव आदि मानसिक बीमारियो से ग्रसित हो गए। अनेको मरीज ऐसे हैं जो कोरोना से ठीक तो हो गए परन्तु मानसिक रोगों का शिकार हो गए कुछ की स्थिति तो यह हो गई है कि उन्हें मानसिक अस्पतालो में भर्ती कराना पड़ा अथवा कुछ मरीजो की इसी तनावए अवसाद के परिणाम स्वरूप मृत्यु तक हो गई।

अतः कोरोना का सामना करने के लिए आवश्यक है कि हम सभी शारीरिक रूप से स्वस्थ होने के साथ ही साथ मानसिक रूप से भी स्वस्थ हो। मानसिक स्वास्थ्य की प्राप्ति का सर्वप्रमुख साधन है संगीत। यह एक ऐसी औषधि है जो मनुष्य को मानसिक रोगों से बचाती है तथा जो मनुष्य मानसिक रोगों से ग्रसित हों गए है उनका उपचार भी करती है।

मानसिक रोगों के उपचार के लिए संगीत का प्रयोग आज से नहीं वरन् वैदिक काल से किया जा रहा है। अनेको शोधों द्वारा यह तथ्य प्रमाणित हो चुका है कि जो मनुष्य अपनी पसंद का संगीत सुनते है वह तनावए अवसाद आदि से दूर तथा सकारात्मकताए आशावादिता से परिपूर्ण रहते है। वैज्ञानिको ने बताया है कि संगीत श्रवण से इन्र्डोफिन नामक रसायन का स्त्राव होता है।

इस रसायन हो हैप्पी हार्मोन के नाम से भी जाना जाता है क्यों कि यह रसायन मस्तिष्क में प्रसन्नता का भाव उत्पन्न करता है। राग भैरवीए दरबारीए ललितए मधुवतीए शिवरंजनीए विहाग आदि कुछ ऐसे प्रमुख राग है जो व्यक्ति में सकारात्मकता तथा आशावादिता का संचार करते है। इसी प्रकार तीन तालए कहरवा तालए रूपक तालए दादर ताल आदि.

तालें भी मस्तिष्क पर सकारात्मक प्रभाव डालती है। जीवन में सुख और दुख दिन, और रात्रि की भाँति आते जाते रहते है जो मनुष्य के शारीरिक तथा मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करते है परन्तु संगीत में ऑक्सीजन की भाँति प्राणदायिनी वह शक्ति है जो व्यक्ति के शारीरिक तथा मानसिक स्वास्थ्य के संवर्द्धन का कार्य करती है।

अलका सिंह
असि0 प्रो0 (संगीत)
दयानन्द गल्र्स पी0जी0 काॅलेज कानपुर नगर

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