मधुबन महोत्सव में शामिल हुईं देश की नामचीन हस्तियाँ, देखें महत्वपूर्ण झलकियाँ

के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता। देश में ढेर सारे महोत्सव मनाये जाते हैं। उनमें सबसे ज्यादा धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक महोत्सव होते हैं। मधुबन महोत्सव, जिसमें सभी दलों और सभी सामाजिक संगठनों के लोग शामिल हुये, अपने आप में यह एक अनोखी शरुआत मानी जा रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय नें इस महोत्सव का उद्घाटन किया तथा पीपल बाबा की संस्था गिव मी ट्री नें बड़े स्तर पर पौधारोपण किया।

 

अखिल भारतीय पंचायत परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष अशोक चौहान महामंत्री ध्यान पाल सिंह जादौन, प्रदेश अध्यक्ष अशोक सिंह जादौन आदि गणमान्य शामिल हुए। देश के मशहूर पर्यावरण कर्मी पीपल बाबा इस महोत्सव में अपनी पूरी टीम के साथ आये 26 से 28 सितम्बर तक चलनें वाले इस मधुबन महोत्सव की शुरुआत पौधारोपण के साथ की गई। पीपल बाबा की टीम नें रजिस्ट्रेशन फॉर प्लांटेशन कार्यक्रम के जरिये लोगों से पौधे लगानें के लिए एंट्री ली.

फिर 27 नवम्बर और 28 नवम्बर को मधुबन क्षेत्र में वृहद् स्तर पर पौधारोपण का कार्य किया गया। इस महोत्सव में स्कूलों के बच्चों और उनके शिक्षकों को पर्यावरण के संस्कार सिखाये गये। जहाँ जहाँ भी प्लांटेशन का कार्य किया गया वहां–वहां क्षेत्रीय लोगों को लगाये गए पौधों के देखभाल की जिम्मेदारी दी गई और सबनें इस जिम्मेदारी को सहर्ष स्वीकार किया। राष्ट्रीय हिंदी एकता मिशन नें हिंदी को रोजगार का जरिया बनानें का लिया संकल्प राष्ट्रीय हिंदी एकता मिसन के.

अध्यक्ष राणा सिंह अपनी पूरी टीम के साथ मधुबन महोत्सव में हिस्सा लेने आये और हिंदी पढने वाले बच्चे कैसे सफल हो सकते हैं इस पर लोगों को प्रशिक्षण दिया। उन्होंने बताया कि देश के कई राज्य भी राष्ट्रीय भाषा को अब तक प्रमोट नहीं कर सके हैं। आजादी के 75 साल बाद भी गैर हिंदी भाषी राज्यों की तादाद काफी है, हिंदी को देश के हर राज्यों के हर घरों तक पहचानें के लिए हिंदी भाषी राज्यों के पढ़े लिखे युवाओं को ड्यूटी पर लगाना चाहिये। हरित मधुबन अभियान की.

शुरुआत मधुबन महोत्सव में पीपल बाबा नें हरित मधुबन प्रोजेक्ट की शुरुआत कठघरा शंकर गावं के शहीद स्मारक में पौधारोपण करके किया। इस अभियान के जरिये आगामी 5 सालों में इस पुरे क्षेत्र की खाली जमीनों हरित पट्टियों में तब्दील करके यहाँ की आबोहवा को स्वास्थ्य वर्धक बना दिया जायेगा। इस महोत्सव की शुरुआत के समय पीपल बाबा नें यह कहा कि देश में ऑक्सीजन की कमी से ढेर सारी दिक्कतें उभर कर आ रही हैं। इसे पूरा करने के.

लिए हमनें प्लांटेशन को अपना फूल टाइम पेशा बनाया है। देश के हर नागरिक अगर प्लांटेशन और मेन्टेनेन्स के साथ अगर पार्ट टाइम जुड़ गए तो ये समस्या पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी। अखिल भारतीय पंचायत परिषद् नें पंचायतों के विकास के लिए दिया नया फार्मूला इलाके के सरपंच, ब्लॉक प्रमुखों और जिला परिषद के चुने हुए प्रतिनिधियों के जागरूकता के लिए कई मीटिंग की गई साथ ही साथ इन्हें ट्रेनिंग भी दिया गया। जिसमें पंचायती मामलों के एक्सपर्ट्स नें.

लोगों को ट्रेनिंग दिया और पंचायतों को संविधान प्रदत्त ढेर सारे अधिकार जो अब तक नहीं मिल सके हैं उन्हें दिलानें के लिए कोशिश किया जायेगा जिसमें सभी दलों के प्रतिनिधयों से भी सहयोग माँगा गया जिससे एक कॉमन मिनिमम कार्यक्रम को लागू करानें में योगदान दे सकें। इस अभियान के आयोजक और देश के मशहूर रणनीतिकार बद्री नाथ नें कहा कि यह एक शुरुआत थी जिसमें सभी दलों और दिलों की दूरियां मिटाकर एक साथ ले चलने का कार्य किया जायेगा और.

ज्यादे से ज्यादे मतभेद को मिटाया जायेगा। आगे इसे और खूबसूरत अंदाज में मनाया जायेगा। देश के मुख्य सामाजिक संगठनों को भी जोड़ा जायेगा और सबके सहयोग से नया मधुबन बनाया जायेगा जिसमें सबको विश्वास में लेकर सबका साथ लिया जायेगा और ज्यादे से ज्यादे विकास सुनिश्चित किया जायेगा। गौरतलब है बद्री नाथ देश के कई चुनावी अभियानों की अगुवाई कर चुके हैं और राष्ट्रीय पत्रिका पंचायत संदेश के सम्पादक तथा अखिल भारतीय पंचायत परिषद के.

मीडिया सलाहकार की भूमिका में कार्य कर रहे हैं। पिछले दिनों दुनियां की सबसे लम्बी बस यात्रा “ऋषिकेश से लन्दन” को डिज़ाईन करके चर्चे में आये थे। 2019 में इन्हें पी आर पर्सन ऑफ़ द इयर अवार्ड से भी नवाजा गया था।

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