के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता। अफसरों की लापरवाही और पाइप लाइन फटने से उत्तर-दक्षिण क्षेत्र की 30 लाख आबादी शुक्रवार को भी पानी के लिए तरसती रही। लोअर गंगा कैनाल, बैराल और जलकल मुख्यालय से एक साथ जलापूर्ति बंद होने से हालात बिगड़ गए। लोगों को खरीद कर पानी पीना पड़ा। वहीं, जलकल ने टैंकर से कई जगहों पर जलापूर्ति की। लोअर गंगा कैनाल से पांच करोड़ लीटर जलापूर्ति बंद है।
मैकराबर्टगंज में लीकेज और रोड कटिग की स्वीकृति नहीं मिलने के कारण बैराज से छह करोड़ लीटर जलापूर्ति रोक दी गई है। वहीं, ईदगाह चौराहे के पास डाट नाला धंसने के बाद जलकल मुख्यालय से भी 20 करोड़ लीटर पानी की सप्लाई ठप है। महापौर ने किया निरीक्षण ईदगाह चौराहे के पास गुरुवार को 16 इंच की पाइप लाइन में लीकेज के कारण डाट नाला धंस गया, जिसके साथ 15 मीटर सड़क भी बैठ गई।
देर शाम तक कर्मचारी पाइप ठीक करने में जुटे रहे। वहीं, मामले का संज्ञान लेते हुए महापौर प्रमिला पांडे ने नगर निगम के मुख्य अभियंता एसके सिंह और जलकल के महाप्रबंधक नीरज गौड़ के साथ निरीक्षण किया। महापौर ने अफसरों को आदेश दिए कि जल्द लाइन ठीक करके जलापूर्ति की जाए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। छह माह पहले भी धंसी थी सड़क छह माह पहले भी.
यहां पर लीकेज के कारण सड़क धंस गई थी। इसको लेकर महापौर ने नाराजगी जताई। कहा कि जैसे ही लीकेज पता चके, तुरंत ठीक कराया जाए ताकि कोई बड़ा हादसा न हो। उन्होंने चेताया कि अब लापरवाही मिलने पर छोड़ा नहीं जाएगा। चार जगह लीकेज था। पाइप को काटकर देर शाम तक बदल दिया गया है।
रात में ही लाइन चालू कर दी जाएगी, ताकि कुछ इलाकों में पानी मिल सके। सुबह तक व्यवस्था सामान्य हो जाएगी।
– एसके गुप्ता, अधिशासी अभियंता जलकल विभाग
लीकेज ठीक होने के बाद धंसा डाट नाला ठीक किया जाएगा। इसमें करीब एक माह का समय लग जाएगा।
– एसके सिंह मुख्य अभियंता नगर निगम
बिना शटरिग मजदूरों को उतारा, हो सकता था हादसा
लीकेज और डाट नाले से रिस रहे पानी के चलते लगातार मिट्टी धंस रही है। हालांकि, जलकल ने मिट्टी डलवाई है। शुक्रवार को यहां लापरवाही भी देखने को मिली, जब बिना शटरिग मजदूरों को अंदर उतार दिया गया। इससे हादसा भी हो सकता था।
जनता बोली
लाइन में लीकेज के कारण अक्सर पानी नहीं मिलता है। इसके चलते पानी खरीदकर रखना पड़ता है।
– शिवेंद्र श्रीवास्तव,जवाहर नगर
कई माह से पीने के पानी की किल्लत चल रही है। अक्सर पानी धीमा आने के कारण ऊपर की मंजिल तक नहीं पहुंच पाता है।
– नरेश, पीरोड
यहां भेजा गया टैंकर-: ब्रह्मनगर, विष्णुपुरी, नारायनपुरवा, आर्यनगर, शास्त्रीनगर में दो टैंकर, स्वरूप नगर, नई सड़क, कर्नलगंज, नेहरू नगर, अशोक नगर में तीन टैंकर और बैराज कर्बला में दो टैंकर समेत कुल 18 टैंकर पानी विभिन्न इलाकों में भेजा गया।