के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता।जीएसवीएम मेडिकल कालेज के बाद अब शहर को जल्द ही दूसरा नेत्र बैंक का तोहफा मिलने जा रहा है। इंडियन रेडक्रास सोसाइटी ने शहर की समाजसेवी संस्थाओं कके सहयोग से इसकी कार्ययोजना बना ली है। जल्द नेत्र बैंक के लिए जमीन चिह्नित कर इसकी शुरुआत की जाएगी। इसमें 15 दिनों तक नेत्रदान करने.
वालों के कार्निया को सुरक्षित रखा जा सकेगा। सोसाइटी के सदस्य नेत्रदान के साथ अंगदान करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाएंगे। इससे ग्रामीण क्षेत्राें में नेत्रदान की संख्या में बढ़ोत्तरी होगी। जिसका फायदा उन जरूरतमंदों को होगा जो आर्थिक परिस्थितियों के चलते कार्निया प्रत्यारोण कराने में असमर्थ होते हैं।
इंडियन रेडक्रास सोसाइटी के सचिव आरके सफ्फड़ ने बताया कि जरूरतमंदों को फिर से रोशनी प्रदान करने की दिशा में सोसाइटी ने काम करना शुरू कर दिया है। जल्द ही शहर में नेत्र बैंक की स्थापना कर अधिक से अधिक लोगों के कार्निया को सुरक्षित किया जाएगा। यह बैंक शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए वरदान साबित होगा।
जहां नेत्रदान के लिए जागरूक करने के साथ जरूरतमंदों को फिर से नई रोशनी प्रदान करने के लिए उनका कार्निया प्रत्यारोपण किया जाएगा। नेत्र बैंक में कार्निया को 15 दिनों तक सुरक्षित रखा जा सकेगा। उन्होंने बताया कि सोसाइटी की इस पहल से उन लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। जिन्होंने किसी दुर्घटना में आंख की रोशनी गवां दी है।
सोसाइटी ऐसे जरूरतमंद आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की मदद करेगी। यह निजी क्षेत्र में शहर का पहला नेत्र बैंक होगा। सोसाइटी नेत्रदान के साथ अंगदान के लिए भी शहरवासी और ग्रामीणों को जागरूक करेगी। एक व्यक्ति के अंगदान करने से चार लोगों के जीवन को सुरक्षित किया जा सकता है। अंगदान करने वाले व्यक्ति के लंग्स, लिवर, दोनों किडनी जरूरतमंद में प्रत्यारोपित कर उन्हें नई जिंदगी प्रदान की जा सकती है।