दलित महिला की शिकायत में खाकी वर्दीधारी पर भी कस सकता है शिकंजा

ब्यूटी पार्लर संचालिका व कथित पति के इशारे पर पति-पत्नी को बढ़ाएं रखा थाने में

मामला नजीराबाद थाने का, थाने के भीतर महिला ने लगया रेप का भी आरोप


के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता। कानपुर में जहां कमिश्नरेट प्रणाली लागू हो जाने से खाकी की कार्यशैलियो पर उंगलिया उठना कम नहीं हो रही है। जिसमें पीड़िता ने अदालतों का दरवाजा न्याय के लिए खटखटा रही हैं। अदालतों के आदेशों के मामलों में भी कुछ वर्दीधारी मुंह मोड़ रहे है। जबकि उन्हें मालूम है कि इसका कितना लम्बा खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ सकता है। इसी तरह का एक मामला कानपुर के थाना.

नजीराबाद का हरिजन एक्ट के तहत एस०सी०एस०टी० एक्ट की विशेष न्यायालय में आया है। जिसमें नजीराबाद थाने का एक वर्दीधारी भी दलित महिला व उसके पति के उत्पीड़न में आरोपों के घेरे में है। मामला कुछ इस प्रकार का बताया जा रहा है। जिसमें रामबाग टूटी रेलबाजार निवासी दलित परिवार की महिला का आरोप है कि उसका पति अशोक नगर स्थित मसाज सेंटर चलाने वाली साइना खान व.

उसका साथी विक्रम यादव के यहां खाने की टिफिन देने का कार्य करता था। पिछले कुछ समय से निक्की उर्फ गोलू की पत्नी वन्दना से साइना खान मसाज सेंटर पर काम करने का दबाव बना रही थी क्योंकि मसाज सेंटर की कार्यशैली देख कर वह संतुष्ट नही थी। जिस पर उसने इंकार कर दिया और उसका आरोप है कि 22 जनवरी को उसका पति उक्त मसाज सेंटर संचालिका के यहां टिफिन देने गया था।

जहां चोरी का आरोप लगाकर महिला ने नजीराबाद थाने में बिठवा दिया। 23 जनवरी को वह अपनी सास के साथ थाने गई तो उक्त महिला साइना खान अपने साथी व कथित पति विक्रम यादव के सामने एक दरोगा जिसका नाम नहीं जानती किन्तु शक्ल देखकर पहचान सकती है। वन्दना का आरोप है कि उसके सामने जाति सूचक गालियां देते हुए खूब भद्दी-भद्दी गालियां दी और उसे भी थाने में बिठा दिया।

इसी बीच उक्त दरोगा की शह पर विक्रम यादव में कम्पयूटर रूम में ले जाकर वन्दना के साथ जबरन बलात्कार किया। इसके बाद 4 दिन थाना नजीराबाद में बिठाकर 26 जनवरी को जेल भेज दिया। जिसमें जेल से छूटने के बाद पति-पत्नी न्याय की तलाश में अधिकारियों के यहां गये किन्तु कोई सुनवाई न होने पर उन्होंने एस०सी०एस०टी० एक्ट में विशेष न्यायाधीश की अदालत 27 मई 2022 को 156(3) को पंजीकृत कर.

विवेचना करने का आदेश पारित किया था। जिसमें पुलिस की रिपोर्ट क्या जानी है? सर्वविदित है। अब देखना है कि इस मामले में पीड़ित को न्याय मिलता है या नही बहरहाल इस विशेष न्यायाधीश की अदालत में मुकदमा दर्ज होना तो तय माना जा रहा है।

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